गंगरेल बांध 90% भरा, महानदी में बाढ़ का खतरा; छत्तीसगढ़ से ओडिशा तक हाई अलर्ट जारी
कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश से बांध का जलस्तर अधिकतम सीमा के करीब, तटीय गांवों में कराई गई मुनादी, आपदा प्रबंधन टीमें मुस्तैद।

रायपुर, गंगरेल बांध 90% भरा, महानदी में बाढ़ का खतरा; छत्तीसगढ़ से ओडिशा तक हाई अलर्ट जारी, छत्तीसगढ़ में मानसून की सक्रियता के चलते प्रदेश के सबसे बड़े बांधों में से एक, रविशंकर सागर जलाशय (गंगरेल बांध), पूरी तरह लबालब हो गया है। बांध के कैचमेंट एरिया में हो रही भारी बारिश के कारण इसका जलस्तर अपनी कुल भराव क्षमता के 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है। पानी की लगातार आवक को देखते हुए बांध की सुरक्षा के लिए किसी भी समय गेट खोलकर महानदी में पानी छोड़ा जा सकता है। इसे लेकर प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
खतरे के निशान से कुछ ही इंच दूर जलस्तर
जल संसाधन विभाग के अनुसार, गंगरेल बांध का अधिकतम जलभराव स्तर 348.70 मीटर है। शनिवार को ही बांध का जलस्तर 347.85 मीटर तक पहुंच गया था, जो अधिकतम सीमा से मात्र 0.85 मीटर (यानी 3 फीट से भी कम) नीचे है। पानी की आवक लगातार जारी है, जिससे जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।गंगरेल बांध 90% भरा, महानदी में बाढ़ का खतरा
पड़ोसी जिलों और ओडिशा तक भेजी गई सूचना
गंगरेल बांध से छोड़े जाने वाले पानी का असर सिर्फ धमतरी जिले तक ही सीमित नहीं रहता। इसका प्रवाह महानदी के रास्ते रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ जिलों से होकर पड़ोसी राज्य ओडिशा के संबलपुर जिले तक पहुंचता है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इन सभी जिलों के कलेक्टरों को तत्काल सूचना भेज दी गई है, ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में प्रशासनिक तैयारियों को सुनिश्चित कर सकें।गंगरेल बांध 90% भरा, महानदी में बाढ़ का खतरा
प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद, टीमें अलर्ट पर
संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिले की आपदा प्रबंधन टीम, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस बल को पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रखा गया है। प्रशासन ने नागरिकों तक समय पर सूचना पहुंचाने के लिए मोबाइल संदेश (SMS), समाचार पत्रों, टीवी और रेडियो जैसे माध्यमों का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, नदी के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहने की अपील की गई है।गंगरेल बांध 90% भरा, महानदी में बाढ़ का खतरा









