नई दिल्ली l भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को पेरिस में आयोजित 142वें अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक परिषद (IOC) सत्र में प्रतिष्ठित ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित किया गया। यह सम्मान ओलंपिक मूवमेंट में उनके अमूल्य योगदान के लिए दिया गया। ओलंपिक ऑर्डर 1975 में स्थापित IOC का सर्वोच्च सम्मान है, जो उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने ओलंपिक आदर्शों और मूल्यों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो।भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित, कहा- “ओलंपिक रिंग्स ने मेरे जीवन को अर्थ दिया”
अभिनव बिंद्रा का बयान
सम्मान प्राप्त करने के बाद बिंद्रा ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा, “जब मैं छोटा बच्चा था, तो ये ओलंपिक रिंग्स ही थीं, जिन्होंने मेरे जीवन को अर्थ दिया। दो दशकों से अधिक समय तक अपने ओलंपिक सपने को पूरा करने में सक्षम होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। अपने एथलेटिक करियर के बाद, ओलंपिक मूवमेंट में योगदान देने की मेरी इच्छा और जुनून बढ़ता गया है। यह पुरस्कार मेरे इस जुनून को और बढ़ावा देता है, और मुझे उम्मीद है कि मैं जीवन भर ओलंपिक मूवमेंट में योगदान देता रहूंगा।” भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित, कहा- “ओलंपिक रिंग्स ने मेरे जीवन को अर्थ दिया”
बिंद्रा का ओलंपिक सफर
अभिनव बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में भारत के लिए व्यक्तिगत श्रेणी में पहला स्वर्ण पदक जीता था, और उनका योगदान भारतीय खेल इतिहास में अमूल्य माना जाता है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें बल्कि पूरे देश को गर्व महसूस कराया। भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलंपिक ऑर्डर से सम्मानित, कहा- “ओलंपिक रिंग्स ने मेरे जीवन को अर्थ दिया”