भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश: 12 आरोपी गिरफ्तार, लैपटॉप-मोबाइल और थार जब्त
दुर्ग पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मास्टरमाइंड अब भी फरार
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में ऑनलाइन सट्टेबाजी के एक बड़े रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, हालांकि गिरोह का मुख्य सरगना अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने आरोपियों के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन और एक महिंद्रा थार गाड़ी समेत कई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश
कैसे हुआ खुलासा: बैंक मैनेजर की शिकायत
यह मामला तब प्रकाश में आया जब केनरा बैंक, वैशाली नगर शाखा के प्रबंधक परमाल सिंह सिंगोदिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी शाखा के लगभग 111 खातों में संदिग्ध लेनदेन और साइबर धोखाधड़ी के जरिए बड़ी रकम जमा की गई थी, जिसमें करीब 22.05 लाख रुपये होल्ड पर थे। इन खातों का इस्तेमाल बार-बार साइबर फ्रॉड और अन्य धोखाधड़ी के पैसे जमा करने के लिए किया जा रहा था, जिससे अवैध धन अर्जित किया जा रहा था। प्रार्थी की रिपोर्ट पर वैशाली नगर थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की गई।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश
जांच में सामने आया खातों का खेल
पुलिस जांच में खाताधारक उमा शर्मा का नाम सामने आया। पूछताछ में उमा ने बताया कि उसने “एवनी ड्रेसिंग ब्यूटी पार्लर” के नाम से केनरा बैंक में 3 जनवरी 2024 (संभावित सही तारीख) को चालू खाता खुलवाया था। इसके लिए उसने गुमास्ता, आधार कार्ड, पैन कार्ड और उद्यम रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जमा किए थे। उसने खाते में 700 रुपये जमा कराए थे और अपने मोबाइल नंबरों पर इंटरनेट बैंकिंग भी चालू करवाई थी।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश
एक खाते से महीने में 5 करोड़ का लेनदेन
आरोपी उमा शर्मा के खाते में अकेले फरवरी माह में ही लगभग 5 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ था, जिसे विभिन्न माध्यमों से ट्रांसफर किया गया। उमा शर्मा को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। जांच के दौरान पता चला कि “मोनू” नामक व्यक्ति अपने साथियों के साथ मिलकर म्यूल अकाउंट (ऐसे खाते जो दूसरों के नाम पर हों लेकिन इस्तेमाल कोई और करे) खुलवाकर देहरादून में सट्टे का कारोबार कर रहा था।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश
देहरादून में दबिश और गिरफ्तारियां
इस सूचना पर पुलिस की एक टीम देहरादून भेजी गई। वहां द्रोण वाटिका, गली नंबर 4 स्थित एक मकान में मोनू और उसके साथियों के रुकने की खबर पर छापा मारा गया। हालांकि, मोनू और उसके साथी मकान बदलकर फरार हो चुके थे। मौके पर बिहार निवासी नीतीश कुमार मिला, जिसने पूछताछ में दीपक कुमार (बिहार) के साथ मिलकर सट्टे की खाईवाली करने और मोनू व भिलाई के अन्य लोगों से 20 हजार रुपये में बैंक खाते खरीदने की बात कबूल की। इन खातों का इस्तेमाल क्रिकेट सट्टे में किया जाता था। आरोपी नीतीश के पास से निखिल नामक व्यक्ति की पासबुक, तीन मोबाइल, तीन लैपटॉप, नौ एटीएम कार्ड, आठ पासबुक और दो चेकबुक जब्त कर उसे ट्रांजिट रिमांड पर भिलाई लाया गया।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में निम्नलिखित 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
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नीतीश कुमार, उम्र 32 वर्ष, जिला नालंदा, बिहार
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ओमप्रकाश केशवानी, उम्र 63 वर्ष, वैशाली नगर
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पी जय कुमार, उम्र 30 वर्ष, कैंप 1, स्टील नगर
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नीतेश प्रताप सिंह, उम्र 27 वर्ष, कैंप 1, नेहरू चौक
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मनमीत सिंह, उम्र 25 वर्ष, कॉन्ट्रैक्टर कॉलोनी, सुपेला
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बी मोहन, उम्र 20 वर्ष, कैंप 1, स्टील नगर
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गोपाल निर्मलकर, उम्र 24 वर्ष, इंदिरा नगर, सुपेला
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सचिन खोबरागड़े, उम्र 43 वर्ष, अंबेडकर नगर, वैशाली नगर
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गगनदीप सिंह, उम्र 20 वर्ष, वैशाली नगर
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बी कार्तिक, उम्र 20 वर्ष, कैंप 1
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सूरज कुमार कुशे, उम्र 25 वर्ष, नेहरू भवन रोड, सुपेला
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भीखम साहू, उम्र 22 वर्ष, अर्जुन नगर, भिलाई
आरोपियों से जब्त सामान
आरोपी नीतीश और अन्य के कब्जे से पुलिस ने कुल 3 लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन, 1 महिंद्रा थार गाड़ी, 9 एटीएम कार्ड, 8 पासबुक और 2 चेकबुक समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और फरार मुख्य सरगना की तलाश में जुटी है।भिलाई में ऑनलाइन सट्टा रैकेट का पर्दाफाश