ऑपरेशन साइबर शील्ड: साइबर क्राइम में 6 और गिरफ्तार, कुल संख्या 68 पहुंची
रायपुर। रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के नेतृत्व में साइबर क्राइम रोकथाम के लिए चलाए जा रहे “ऑपरेशन साइबर शील्ड” के तहत बड़ी कार्रवाई हुई है। रेंज साइबर थाना और रायपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने 24 जनवरी 2025 को 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के साथ ही कुल गिरफ्तारियों की संख्या 68 हो गई है।ऑपरेशन साइबर शील्ड
साइबर क्राइम पोर्टल से शुरू हुई जांच
रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट हुए म्यूल बैंक अकाउंट्स की गहन जांच का आदेश दिया गया था।
- 23 जनवरी 2025 को रेंज साइबर थाना, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और रायपुर के अन्य थानों के 100 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की 20 टीमों ने छापेमारी की।
- 62 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए म्यूल बैंक अकाउंट्स से जुड़े साक्ष्य जुटाए गए।
इसके बाद 24 जनवरी 2025 को 6 अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।
गिरफ्तार हुए आरोपियों की जानकारी
हाल ही में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम, पते और अन्य विवरण निम्नलिखित हैं:
- सत्यम सेवानी (24 वर्ष): निवासी दीन दयाल वार्ड क्रमांक 6, लाल दाढ़ी के पास, जिला महासमुंद।
- सौरभ कुमार शर्मा (29 वर्ष): निवासी नीलम जनरल स्टोर, सुंदर नगर, थाना पुरानी बस्ती, रायपुर।
- संगीता मांझी (42 वर्ष): निवासी मुर्राभट्टी, विद्या ज्योति स्कूल के पास, थाना गुढ़ियारी, रायपुर।
- गोविंद कुमार (32 वर्ष): निवासी हनुमान नगर, मठपारा, थाना टिकरापारा, रायपुर।
- यमन बंजारे (31 वर्ष): निवासी बसंत विहार कॉलोनी, गोंदवारा, थाना गुढ़ियारी, रायपुर।
- तोमेश कौशल (23 वर्ष): निवासी सीतानगर वार्ड नंबर 03, गुप्ता किराना स्टोर के पास, गोगांव, थाना गुढ़ियारी, रायपुर।
कैसे हुआ ऑपरेशन साइबर शील्ड का संचालन?
- सटीक सूचना और तकनीकी साक्ष्य:
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- पुलिस ने म्यूल बैंक अकाउंट्स की जांच की, जिनका इस्तेमाल साइबर क्राइम के लिए किया जा रहा था।
- तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर एजेंट और संचालकों को गिरफ्तार किया गया।
- टीमवर्क और व्यापक छापेमारी:
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- लगभग 100 से अधिक पुलिस अधिकारी और कर्मचारी इस ऑपरेशन में शामिल रहे।
- रेंज साइबर थाना और रायपुर पुलिस की 20 टीमों ने योजनाबद्ध तरीके से छापेमारी की।
क्या हैं म्यूल बैंक अकाउंट्स?
म्यूल बैंक अकाउंट्स वे बैंक खाते होते हैं, जो किसी और के नाम पर खोले जाते हैं और साइबर क्राइम में अवैध धन ट्रांसफर के लिए उपयोग किए जाते हैं।ऑपरेशन साइबर शील्ड
- ये अकाउंट्स धोखाधड़ी, फिशिंग और ऑनलाइन ठगी में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होते हैं।
- इस ऑपरेशन में ऐसे बैंक खातों की जांच कर संबंधित आरोपियों तक पहुंच बनाई गई।
अब तक कुल 68 आरोपी गिरफ्तार
- इस अभियान के तहत अब तक 68 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
- इनमें एजेंट, बैंक अकाउंट धारक और साइबर अपराध से जुड़े लोग शामिल हैं।
- रायपुर पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में साइबर अपराधियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर पुलिस का बयान
पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा ने कहा,
- “ऑपरेशन साइबर शील्ड के जरिए रायपुर में साइबर अपराध पर लगाम लगाई जा रही है।
- साइबर क्राइम पोर्टल की रिपोर्ट्स के आधार पर गहन जांच की जा रही है।”
साइबर क्राइम रोकथाम के लिए उठाए गए कदम
- तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग:
- बैंक अकाउंट्स और साइबर धोखाधड़ी से जुड़े डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
- समन्वित छापेमारी:
- पुलिस की अलग-अलग टीमों ने समन्वय बनाकर पूरे रायपुर में छापेमारी की।
- जनता को जागरूक करना:
- पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने बैंक खातों और निजी जानकारी को साइबर अपराधियों से सुरक्षित रखें।