एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली! जानिए क्या है सिम-स्वैप और कार्ड स्कैम, और कैसे रहें सुरक्षित

एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली! जानिए क्या है सिम-स्वैप और कार्ड स्कैम, और कैसे रहें सुरक्षित
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मुख्य सुर्खियां:
डिजिटल फ्रॉड का नया और खतरनाक तरीका है सिम-स्वैप स्कैम।
साइबर अपराधी आपके मोबाइल नंबर पर कब्जा कर खाली कर सकते हैं आपका बैंक अकाउंट।
क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी चुराकर भी हो रही है बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी।
कुछ आसान सावधानियां अपनाकर आप इन खतरों से खुद को बचा सकते हैं।
सरकार ने भी धोखाधड़ी रोकने के लिए जारी किए हैं सख्त नियम।
नई दिल्ली: एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली! , आज की डिजिटल दुनिया में जहां एक तरफ जिंदगी आसान हुई है, वहीं दूसरी ओर साइबर अपराध के खतरे भी तेजी से बढ़े हैं। धोखेबाज हर दिन नए-नए तरीकों से लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। इनमें ‘सिम-स्वैप’ और ‘कार्ड स्कैम’ सबसे खतरनाक और प्रचलित तरीके हैं, जो आपकी जिंदगी भर की कमाई को मिनटों में शून्य कर सकते हैं। हाल ही में कोलकाता में एक व्यक्ति के साथ हुए 8.8 लाख रुपये के सिम-स्वैप फ्रॉड ने इस खतरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
कैसे काम करता है खतरनाक ‘सिम-स्वैप’ स्कैम?
सिम-स्वैप एक ऐसी धोखाधड़ी है जिसमें अपराधी किसी तरह आपकी व्यक्तिगत जानकारी हासिल कर आपके मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करते हैं। वे फर्जी दस्तावेज या सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल कर यह साबित कर देते हैं कि वे आप ही हैं और आपका सिम खो गया है। इसके बाद, वे आपके मोबाइल नंबर को अपने पास मौजूद एक नए सिम कार्ड पर एक्टिवेट करवा लेते हैं।एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली!
जैसे ही आपका नंबर उनके सिम पर एक्टिवेट होता है, आपके बैंक से आने वाले सभी OTP (वन-टाइम पासवर्ड), ट्रांजैक्शन अलर्ट और अन्य जरूरी मैसेज सीधा उनके पास पहुंचने लगते हैं। इसके बाद वे आसानी से आपके बैंक अकाउंट को एक्सेस कर सकते हैं और उसे खाली कर सकते हैं।एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली!
क्रेडिट/डेबिट कार्ड स्कैम: कैसे चोरी होती है आपकी जानकारी?
कार्ड स्कैम में धोखेबाज आपके क्रेडिट या डेबिट कार्ड का नंबर, एक्सपायरी डेट और CVV जैसी गोपनीय जानकारी चुरा लेते हैं। यह जानकारी अक्सर फिशिंग लिंक (फर्जी वेबसाइट के लिंक), स्किमिंग डिवाइस (ATM या POS मशीन में लगे छोटे डिवाइस) या लॉटरी, आकर्षक ऑफर और KYC अपडेट के बहाने भेजे गए फर्जी मैसेज या कॉल के जरिए चुराई जाती है। एक बार जानकारी हाथ लगने के बाद, वे इसका इस्तेमाल ऑनलाइन शॉपिंग या अन्य अनधिकृत लेनदेन के लिए करते हैं।एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली!
सावधानी ही सुरक्षा: इन तरीकों से खुद को रखें महफूज़
साइबर अपराधी चालाक हो सकते हैं, लेकिन आपकी थोड़ी सी जागरूकता और सतर्कता उन्हें नाकाम कर सकती है।एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली!
अनजान कॉल्स और लिंक से सावधान: किसी भी अनजान नंबर से आने वाले कॉल, जिसमें सिम बंद होने की धमकी या KYC अपडेट की मांग की जाए, उस पर भरोसा न करें। किसी भी संदिग्ध लिंक पर कभी क्लिक न करें।
गोपनीय जानकारी साझा न करें: अपना आधार नंबर, OTP, बैंक अकाउंट डिटेल्स, पासवर्ड या CVV कभी भी किसी के साथ फोन, ईमेल या मैसेज पर साझा न करें। याद रखें, कोई भी बैंक या प्रतिष्ठित कंपनी आपसे यह जानकारी नहीं मांगती है।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल: अपने सभी बैंकिंग, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर 2FA जरूर एक्टिवेट करें। यह आपके पासवर्ड के अलावा सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत जोड़ता है।
मजबूत पासवर्ड और सिम पिन: सभी अकाउंट्स के लिए अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड बनाएं। साथ ही, अपने सिम कार्ड पर एक मजबूत पिन सेट करें ताकि कोई और इसे आसानी से एक्सेस न कर सके।
अपने नाम पर एक्टिव सिम की जांच करें: दूरसंचार विभाग (DoT) के आधिकारिक पोर्टल (tafcop.dgtelecom.gov.in) पर जाकर आप यह जांच सकते हैं कि आपके आधार कार्ड पर कितने सिम कार्ड एक्टिव हैं। यदि कोई अनधिकृत नंबर दिखे तो उसे तुरंत ब्लॉक करवाएं।
संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लें: अगर आपके मोबाइल का नेटवर्क अचानक चला जाता है या आपको किसी ऐसे लेनदेन का मैसेज आता है जो आपने नहीं किया है, तो बिना देरी किए अपने बैंक और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
सरकार का बड़ा कदम: फ्रॉड रोकने के लिए नए नियम
सिम-स्वैप फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने अब नियमों को और सख्त कर दिया है।
अब नया सिम कार्ड लेने या सिम स्वैप कराने के लिए बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा।
नया सिम एक्टिवेट होने के 24 घंटे तक उस पर SMS (इनकमिंग और आउटगोइंग) सेवा बंद रहेगी, ताकि अपराधी तुरंत OTP का दुरुपयोग न कर सकें।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और अपनी मेहनत की कमाई को धोखेबाजों से बचाएं। आपकी एक छोटी सी सावधानी आपको बड़े आर्थिक नुकसान से बचा सकती है।एक छोटी सी गलती और बैंक अकाउंट हो सकता है खाली!









