दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला: ’10 साल बाधा डालने वाले अब उठा रहे उंगली’
दिल्ली में विधानसभा की कार्यप्रणाली में प्रस्तावित बदलावों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता द्वारा नियमों में संशोधन की घोषणा के बाद, AAP ने BJP पर तीखा हमला बोला है, खासकर इस बात को लेकर कि जो पार्टी विपक्ष में रहते हुए सदन की कार्यवाही बाधित करती थी, वही अब नियमों की दुहाई दे रही है।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने हाल ही में सदन की प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों में महत्वपूर्ण बदलावों की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि विधानसभा नियमावली के नियम 280 की समीक्षा की जाएगी और इसे एनसीटी दिल्ली अधिनियम 2023 (संशोधित) के अनुरूप बनाने के लिए आवश्यक संशोधन किए जाएंगे। इसका उद्देश्य नियमों को लोकसभा और राज्यसभा की प्रक्रियाओं के साथ संरेखित करना, भाषा को सरल बनाना और लैंगिक-तटस्थ शब्दावली को बढ़ावा देना है, ताकि कार्यप्रणाली अधिक समावेशी, स्पष्ट और समानता वाली बन सके।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
नियमों में बदलाव का उद्देश्य
विधानसभा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि इन संशोधनों से सदन के नियमित कामकाज या विधानसभा समितियों की शक्तियों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विशेषाधिकार समिति और याचिका समिति पहले की तरह अधिकारियों को बुला सकती हैं और शिकायतों पर उनसे पूछताछ कर सकती हैं, साथ ही नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) रिपोर्टों की जांच भी कर सकती हैं। हालांकि, वे ‘नियमित कार्यकारी मामलों’ के लिए अधिकारियों को नहीं बुला पाएंगी, जैसा कि पिछली सरकार में कथित तौर पर अक्सर होता था।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
गुप्ता के अनुसार, नियम 280 की अस्पष्टता के कारण कभी-कभी इसका ‘निहित स्वार्थों’ के लिए दुरुपयोग होता था, इसलिए इसका संशोधन आवश्यक है। इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिकों और ट्रांसजेंडर व विकलांग व्यक्तियों के कल्याण के लिए दो नई समितियों के गठन की भी जानकारी दी गई।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
आम आदमी पार्टी का तीखा पलटवार
विजेंद्र गुप्ता के इस बयान पर आम आदमी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। AAP ने कटाक्ष करते हुए कहा, “यह विडंबना है कि जिस व्यक्ति (विजेंद्र गुप्ता का संदर्भ) ने पिछले 10 वर्षों के दौरान दिल्ली विधानसभा को बाधित किया, वही अब दूसरों पर उंगली उठा रहा है।”दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
इससे पहले, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता और पूर्व मंत्री आतिशी ने भी स्पीकर को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने CAG की तीन महत्वपूर्ण रिपोर्टों (सार्वजनिक स्वास्थ्य, शराब आपूर्ति, और वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण) की लोक लेखा समिति (PAC) द्वारा जांच पर चिंता व्यक्त की थी। आतिशी ने अपने पत्र में तर्क दिया था कि जीएनसीटीडी अधिनियम में संशोधन के बाद, विधानसभा ऐसा कोई नियम नहीं बना सकती जो उसे या उसकी समितियों को राजधानी के दिन-प्रतिदिन के प्रशासन पर विचार करने या प्रशासनिक निर्णयों की जांच करने में सक्षम बनाए।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
100 दिन का रिपोर्ट कार्ड और भाजपा का दावा
इस बीच, दिल्ली विधानसभा अपने कामकाज के 100 दिन (जो 4 जून को पूरे हो रहे हैं) की उपलब्धियों को चिह्नित करने के लिए एक विशेष रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रही है। विधानसभा अध्यक्ष के अनुसार, यह रिपोर्ट कार्ड पारदर्शिता, जवाबदेही और सुधारवादी शासन के प्रति विधानसभा की प्रतिबद्धता को दर्शाएगा।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला
विजेंद्र गुप्ता ने यह भी दावा किया कि भाजपा सरकार के गठन के बाद से अब तक सदन में दो सत्र पूर्ण रूप से आयोजित किए जा चुके हैं, जबकि उनके अनुसार आम आदमी पार्टी की सरकार में हर साल सिर्फ एक सत्र आयोजित किया जाता था। उन्होंने बताया कि अपने 100 दिन के कार्यकाल में कुल 12 बैठकें की गईं, जिनमें 46 घंटे 16 मिनट तक कार्य किया गया, जो पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा है।दिल्ली विधानसभा नियमों में बदलाव पर AAP का BJP पर हमला