महासमुंद : जिले में अवैध धान के परिवहन और भंडारण पर रोक लगाने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार, अवैध गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों और व्यापारियों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। अवैध परिवहन में पकड़े गए धान और वाहनों को तुरंत जब्त कर दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
चार मामलों में 331 बोरी धान जब्त
26 नवंबर को प्रशासन ने विभिन्न गांवों में छापेमारी कर 331 बोरी (132.40 क्विंटल) अवैध धान जब्त किया।
- ग्राम धनसुली: 30 बोरी (महेश कुमार यादव)
- ग्राम लिमदरहा: 61 बोरी (धनीराम नायक)
- ग्राम आमापाली: 90 बोरी (आनंद साव)
- ग्राम पुरुषोत्तमपुर: 150 बोरी (हिरामोती बरिहा)
इन मामलों में तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
54 मामलों में 5,000 क्विंटल से अधिक धान जब्त
जिला खाद्य अधिकारी के अनुसार, 9 नवंबर से अब तक 54 मामलों में 12,779 बोरी (5,098.6 क्विंटल) अवैध धान जब्त किया गया है। इनमें से एक मामला अंतर्राज्यीय और 53 मामले राज्यीय स्तर के हैं। इसके अलावा, 4 वाहनों को भी जब्त किया गया है।
समर्थन मूल्य पर 91,279 टन धान की खरीदी
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के तहत, जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य तीव्र गति से जारी है।
- किसानों की संख्या: 18,830
- कुल खरीदा गया धान: 91,279.04 टन
- किसानों को भुगतान: ₹1,949.60 करोड़
- उपार्जन केंद्रों की संख्या: 182
प्राप्त बारदाने और उनके उपयोग को लेकर भी प्रशासन पूरी तैयारी के साथ काम कर रहा है। अवैध धान परिवहन और भंडारण पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई
अवैध धान तस्करी पर कलेक्टर के सख्त निर्देश
कलेक्टर श्री लंगेह ने स्पष्ट किया है कि अवैध धान तस्करी और भंडारण करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन का यह सख्त रवैया किसानों को सही समर्थन मूल्य देने और तस्करी पर रोक लगाने की दिशा में प्रभावी कदम है। अवैध धान परिवहन और भंडारण पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई