बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में एक शिक्षिका, चंद्ररेखा शर्मा, जो पहले अपनी नियुक्ति को सही बताकर मीडिया में सामने आई थीं, अब फर्जी नियुक्ति के आरोपों में दोषी पाई गई हैं। चंद्ररेखा शर्मा, जो छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा की पत्नी हैं, ने अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। फर्जी नियुक्ति के बाद बर्खास्तगी और FIR से बचने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, शिक्षिका ने दायर की याचिका
फर्जी नियुक्ति के आरोप में दोषी साबित होने के बाद कार्रवाई से बचने का प्रयास
जेडी बिलासपुर की डबल जांच में दोषी पाए जाने के बाद, चंद्ररेखा शर्मा ने शासन की कार्रवाई को रोकने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में उन्होंने लोक शिक्षण संचालनालय, जेडी बिलासपुर, जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर, और मुख्य नगर पालिका अधिकारी पत्थलगांव को पार्टी बनाया है। फर्जी नियुक्ति के बाद बर्खास्तगी और FIR से बचने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, शिक्षिका ने दायर की याचिका
आखिरी मौके पर सुनवाई के लिए बुलाया गया था
11 नवंबर को दायर की गई इस याचिका में अब तक सुनवाई की तारीख नहीं मिल पाई है, लेकिन मामला कोर्ट में दर्ज हो चुका है। 20 नवंबर को विभागीय अधिकारियों ने चंद्ररेखा शर्मा को अंतिम सुनवाई के लिए बुलाया था, जहां उन्हें बार-बार बचने का मौका दिया गया। 8 नवंबर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आदेश के बाद, 20 नवंबर को चंद्ररेखा शर्मा को तामिल कराया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग ने किस तरह उनके खिलाफ कार्रवाई से बचने के लिए समय दिया। फर्जी नियुक्ति के बाद बर्खास्तगी और FIR से बचने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, शिक्षिका ने दायर की याचिका
सुनवाई में लंबी खींचतान की आशंका
इस मामले में आगे क्या निर्णय होगा, यह तो कोर्ट की सुनवाई के बाद ही स्पष्ट होगा। फिलहाल, चंद्ररेखा शर्मा ने कोर्ट से राहत की उम्मीद लगाई है, लेकिन शिक्षा विभाग की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। फर्जी नियुक्ति के बाद बर्खास्तगी और FIR से बचने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, शिक्षिका ने दायर की याचिका