छत्तीसगढ़ के बहरासी वन परिक्षेत्र में करोड़ों का घोटाला! जांच दबाने के आरोप
वन विभाग के वृक्षारोपण घोटाले का पर्दाफाश, 70-80% पौधे नहीं मिले!
छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ वनमंडल के बहरासी वन परिक्षेत्र में करोड़ों रुपये के वृक्षारोपण घोटाले का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 2018 से 2023 के बीच वन विभाग ने 1.79 लाख पौधे लगाने का दावा किया था, लेकिन जब जमीनी हकीकत की जांच हुई, तो 70-80% पौधे या तो नष्ट हो चुके थे या लगाए ही नहीं गए थे।छत्तीसगढ़ के बहरासी वन परिक्षेत्र में करोड़ों का घोटाला
कैसे हुआ घोटाला?
🌱 वन विभाग ने 1,79,901 पौधे लगाने का दावा किया
💰 वृक्षारोपण पर कुल 2.38 करोड़ रुपये खर्च किए गए
❌ जमीनी हकीकत – 70-80% पौधे गायब!
📜 कई स्थानों पर पौधे लगाए ही नहीं गए, फिर भी कागजों में दिखाए गए
💵 भुगतान पूरा, लेकिन कई क्षेत्रों में काम ही नहीं हुआ
📊 बांस और अन्य पौधों की गिनती फर्जी तरीके से बढ़ाई गई
शिकायत के बाद भी जांच ठंडे बस्ते में!
🔎 मुख्य वन संरक्षक (केम्पा) और अन्य अधिकारियों को शिकायत भेजी गई
📝 सीपी ग्राम पोर्टल पर भी भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई गई
⏳ एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई
जनता के पैसे का क्या हुआ?
अगर करोड़ों रुपये खर्च हुए, तो वृक्षारोपण के प्रमाण कहां हैं?
क्या वन विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकारी धन की लूट हुई?
क्या पूरा वृक्षारोपण केवल कागजों में ही सीमित रहा?
कौन है जिम्मेदार?
📢 ग्राम पंचायतों, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की सहमति के बिना कागजों में वृक्षारोपण पूरा दिखा दिया गया
📢 सरकारी धन की बंदरबांट कर लाखों रुपये हड़पने के आरोप
📢 शिकायतकर्ता अब्दुल सलाम कादरी ने निष्पक्ष जांच की मांग की, लेकिन प्रशासन चुप!
क्या यह घोटाला भी बिना जांच दबा दिया जाएगा? या भ्रष्टाचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई?