पीलीभीत: एक निलंबित लेखपाल सावन कुमार और उसके भूमाफिया गिरोह ने झोपड़ी में रहने वाली महिला रेनू को कागजों पर तीन करोड़ रुपये की ज़मीन का मालिक बना दिया। इस पूरे खेल में रेनू से आठ बैनामे कराए गए और बदले में उसे सिर्फ 15,000 रुपये दिए गए। एसआईटी ने मामले की गहन जांच के बाद रेनू को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया। लेखपाल का बड़ा खेल: झोपड़ी में रहने वाली बांग्लादेशी महिला को बना दिया तीन करोड़ की ज़मीन की मालिक
क्या है पूरा मामला?
रेनू, जो कि बांग्लादेशी हिंदू है, पीलीभीत जिले के गोछ गांव की निवासी है। गिरोह ने उसे फर्जी तरीके से तीन करोड़ रुपये की ज़मीन का मालिक बना दिया। रेनू के पहले पति के बहन के बेटे दीपक ने उसे गिरोह में शामिल किया और उसे फर्जी बैनामा कराने के लिए राजी किया। रेनू ने बाद में आरोपियों को पहचान लिया और बताया कि वह जानती है कि वही लोग ज़मीन के मालिक बताए गए थे। लेखपाल का बड़ा खेल: झोपड़ी में रहने वाली बांग्लादेशी महिला को बना दिया तीन करोड़ की ज़मीन की मालिक
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खेल?
गिरोह ने रेनू के लिए 18 अक्टूबर को फर्जी आधार कार्ड बनवाया और 19 अक्टूबर को उसकी वसीयत बनाई। इसके बाद 21 अक्टूबर को रेनू का बैंक खाता खुलवाया गया, जहां कथित खरीदार अमित का भी खाता था। 24 अक्टूबर को रेनू का पता बदलकर बरेली के नवाबगंज में करवा दिया गया। फिर आठ बैनामे किए गए और हर बैनामे पर 37 लाख रुपये की कीमत दिखाई गई, जबकि रेनू के खाते में ट्रांजेक्शन किए गए पैसों को तुरंत अमित के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। लेखपाल का बड़ा खेल: झोपड़ी में रहने वाली बांग्लादेशी महिला को बना दिया तीन करोड़ की ज़मीन की मालिक
गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह के पीछे एक बड़ा नाम है – ट्रांसपोर्ट कंपनी और रिसॉर्ट के मालिक विजय अग्रवाल, जो अंकित के सहारे सावन कुमार और अमित की आर्थिक मदद कर रहा था। गिरोह में शामिल अन्य सदस्य भी जल्द पकड़े जाएंगे। फिलहाल, अंकित की गिरफ्तारी के बाद विजय की भूमिका का भी खुलासा होने की संभावना है। लेखपाल का बड़ा खेल: झोपड़ी में रहने वाली बांग्लादेशी महिला को बना दिया तीन करोड़ की ज़मीन की मालिक
रेनू की आपबीती
रेनू ने बताया कि वह गिरोह के लोगों के संपर्क में आकर झांसे में आ गई थी। उसे अच्छे होटल में ठहराया जाता था और पीलीभीत से बरेली कार भेजकर बुलाया जाता था। हालांकि, जब पुलिस कार्रवाई शुरू हुई, तो गिरोह के अन्य सदस्यों ने उसे होटल में बंद रखा और धमकाया कि वह कहीं चली जाएं वरना पकड़ी जाएगी। लेखपाल का बड़ा खेल: झोपड़ी में रहने वाली बांग्लादेशी महिला को बना दिया तीन करोड़ की ज़मीन की मालिक