बस्तर ट्रैजेडी: मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत, हादसा या आत्महत्या?
बस्तर। छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरकर दो पर्यटकों की मौत हो गई है। घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है, जब पर्यटन समिति ने वाटरफॉल के पास एक संदिग्ध वाहन देखा। करीब 100 फीट गहरी खाई में गिरने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा था या आत्महत्या, फिलहाल इसकी पुलिस जांच जारी है। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
🚨 कैसे हुआ हादसा?
लोहंडीगुड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मेंद्रीघूमर वाटरफॉल के पास पर्यटक समिति को देर शाम एक अज्ञात वाहन खड़ा मिला। आसपास तलाशी लेने पर जब कोई नजर नहीं आया, तो टीम को शक हुआ कि कोई नीचे गिरा है। तलाशी के दौरान खाई में दोनों पर्यटकों के शव बरामद हुए। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
🔍 मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही SDOP ईश्वर त्रिवेदी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। दोनों शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
🕵️♂️ हादसा या आत्महत्या?
पुलिस मामले की हर संभावित एंगल से जांच कर रही है। अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह एक दुखद दुर्घटना थी या फिर किसी वजह से आत्महत्या की गई। आसपास कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
📍 मेंद्रीघूमर: रोमांच से भरा लेकिन जोखिमपूर्ण
मेंद्रीघूमर वाटरफॉल बस्तर का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां सुरक्षा के इंतजाम सीमित हैं। इस तरह की घटनाएं यह सवाल खड़ा करती हैं कि पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर कितनी तैयारियां हैं। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
📢 प्रशासन से अपील
स्थानीय लोगों और पर्यटन समिति ने प्रशासन से मांग की है कि वाटरफॉल जैसे खतरनाक क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड, रोकथाम की बाड़, और सीसीटीवी निगरानी जैसे इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की दुखद घटनाएं रोकी जा सकें। मेंद्रीघूमर वाटरफॉल से गिरे दो पर्यटकों की दर्दनाक मौत
- दो पर्यटकों की खाई में गिरकर मौत
• 100 फीट गहरी खाई में मिले शव
• हादसे या आत्महत्या की जांच जारी
• मृतकों की पहचान अब तक नहीं हुई
• मेंद्रीघूमर वाटरफॉल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल