विधानसभा कार्यवाही में हुआ खुलासा – चुनावी वादों का सच आया सामने
विधानसभा में देवेंद्र यादव के प्रश्नों पर वित्त मंत्री का करारा जवाब
भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) के कर्मियों की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले विधायक देवेंद्र यादव की राजनीति का पर्दाफाश हो गया है। 19 मार्च 2025 को छत्तीसगढ़ विधानसभा में उनके द्वारा पूछे गए सवालों पर वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने जो जवाब दिया, उससे यह साफ हो गया कि विधायक देवेंद्र ने चुनाव जीतने के लिए BSP कर्मियों को गुमराह किया था।
क्या था मामला?
BSP कर्मियों के आवासीय भवनों की लीज रजिस्ट्री को लेकर विधायक देवेंद्र यादव ने विधानसभा में प्रश्न पूछे थे, जिनका जवाब सरकार ने तथ्यों के साथ दिया। जवाब से यह स्पष्ट हुआ कि विधायक ने चुनावी वादों के नाम पर सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की थी। भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को छलने वाले विधायक देवेंद्र यादव की पोल खुली!
विधानसभा में देवेंद्र यादव के प्रश्नों और वित्त मंत्री के जवाब पर एक नजर
🔹 प्रश्न 1:
जनवरी 2023 से दिसंबर 2024 के बीच BSP प्रबंधन को लीज डीड अनुबंध पंजीकरण के लिए कितने आवेदन प्राप्त हुए?
✅ वित्त मंत्री का जवाब:
“यह जानकारी पंजीयन विभाग के अंतर्गत नहीं आती।”
विश्लेषण:
विधायक जानते थे कि राज्य सरकार के पास BSP से संबंधित डेटा नहीं होता। इसके बावजूद, उन्होंने यह प्रश्न पूछकर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश की।
🔹 प्रश्न 2:
अब तक कितने लीज रजिस्ट्री के प्रकरण पूरे हुए और कितने आवेदन लंबित हैं?
✅ वित्त मंत्री का जवाब:
“दुर्ग उप-पंजीयक कार्यालय में 1774 दस्तावेजों का पंजीयन पूरा हो चुका है, कोई मामला लंबित नहीं है।“
विश्लेषण:
विधायक ने चुनाव से पहले यह दावा किया था कि सरकार BSP कर्मियों के लीज रजिस्ट्री मामलों को लंबित रख रही है, लेकिन सरकार के जवाब से यह स्पष्ट हो गया कि सभी प्रकरण पहले ही निपटाए जा चुके थे।
🔹 प्रश्न 3:
अगर कोई आवेदन लंबित है तो उसकी पंजीकरण प्रक्रिया कब तक पूरी होगी?
✅ वित्त मंत्री का जवाब:
“वर्तमान में कोई भी लीज रजिस्ट्री लंबित नहीं है।“
विश्लेषण:
यह जवाब विधायक की कथनी और करनी में अंतर को उजागर करता है। चुनाव के समय उन्होंने लीज रजिस्ट्री को एक बड़ा मुद्दा बनाया था, लेकिन सच्चाई यह है कि कोई भी मामला लंबित नहीं था। भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को छलने वाले विधायक देवेंद्र यादव की पोल खुली!
विधायक देवेंद्र यादव की चुनावी राजनीति का पर्दाफाश
चुनावी वादे बनाम हकीकत
👉 विधानसभा जवाब से साफ हो गया कि विधायक ने BSP कर्मियों को गलत जानकारी देकर भ्रमित किया।
👉 BSP प्रबंधन ने अपनी जिम्मेदारी निभाई, लेकिन विधायक ने अपनी चुनावी रोटी सेंकने के लिए झूठे वादे किए।
👉 अब सवाल उठता है – विधायक देवेंद्र यादव बताएंगे कि कर्मियों को मालिकाना हक कब और कैसे मिलेगा? भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों को छलने वाले विधायक देवेंद्र यादव की पोल खुली!