रायपुर: छत्तीसगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक ही दिन में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 5 अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। चार अलग-अलग स्थानों पर की गई छापेमारी में महासमुंद, रायगढ़, जीपीएम, और कवर्धा जिलों में भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा हुआ। कहीं 1 लाख की रिश्वत मांगी गई तो कहीं महिला अधिकारी ने 35 हजार की मांग की।छत्तीसगढ़ में ACB की बड़ी कार्रवाई: 4 रेड में 5 अधिकारी-कर्मचारी गिरफ्तार, रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए.
आइए जानते हैं ACB की छापेमारी की पूरी कहानी:-
1. उप पंजीयक, सरायपाली, जिला महासमुंद
शिकायतकर्ता भूपेंद्र पटेल ने ACB रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता द्वारा 5 एकड़ जमीन को दान पत्र के माध्यम से उसकी पत्नी के नाम करवाने की प्रक्रिया के बाद उप पंजीयक लिली पुष्पलता बैग ने दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के लिए 35,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी।
शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए ACB से मदद मांगी। सत्यापन के बाद, लिली पुष्पलता बैग को 26,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ पहले से ही पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज है, और अनुपातहीन संपत्ति के संबंध में जांच जारी है।
2. लिपिक, शासकीय शाला खम्हार, जिला रायगढ़
शिकायतकर्ता ओमेन्द्र सिंह चौहान, जो शिक्षक हैं, ने ACB बिलासपुर में शिकायत की थी कि उसकी पत्नी के ऑपरेशन के लिए 4 लाख रुपये का मेडिकल बिल लंबित था। इसे पास करने के लिए ओमप्रकाश नवरतन नामक लिपिक ने 25,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। ACB ने कार्रवाई करते हुए ओमप्रकाश नवरतन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
3. लोकपाल, जनपद पंचायत पेण्ड्रा, जिला GPM
शिकायतकर्ता रोशन सराफ, जो प्रोग्राम ऑफिसर हैं, ने शिकायत दर्ज कराई कि लोकपाल वेद पांडेय ने तालाब खुदाई के मामले में नस्तीबद्ध करने के लिए 25,000 रुपये रिश्वत की मांग की थी। ACB ने सत्यापन के बाद वेद पांडेय को रिश्वत लेते हुए पकड़ा। वेद पांडेय के खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, और वह एक बार बर्खास्त भी हो चुके हैं।
4. सहायक लेखाधिकारी, जनपद पंचायत, बोडला, जिला कवर्धा
शिकायतकर्ता मोती बैगा ने ACB को बताया कि उसकी पत्नी, जो ग्राम पंचायत की सरपंच है, के पंचायत को 11.69 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। सहायक लेखाधिकारी नरेन्द्र कुमार राउतकर ने अगली किस्त जारी करने के लिए 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी। ACB ने नरेन्द्र कुमार राउतकर को 1 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी पर पहले भी सरपंचों से 1-1 लाख रुपये वसूलने के आरोप हैं।
कार्रवाई के परिणाम
ACB ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा, उनके आवासों पर अनुपातहीन संपत्ति के संबंध में तलाशी जारी है।