नई दिल्ली – प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चेन्नई स्थित OPG ग्रुप के कई ठिकानों पर छापा मारते हुए 8.38 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA), 1999 और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नियमों के उल्लंघन के मामले में की गई है। BIG BREAKING: ED ने चेन्नई में OPG ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी, 8.38 करोड़ नकदी बरामद
छापेमारी का मुख्य कारण
ED ने OPG ग्रुप और इसके निदेशकों के कार्यालय और आवासीय परिसरों में छापा मारा, जिसमें विदेशी निवेश नियमों के उल्लंघन का आरोप है। OPG ग्रुप के मालिक अरविंद गुप्ता हैं, जो बिजली उत्पादन के व्यवसाय से जुड़े हैं। इस समूह को सेशेल्स स्थित कंपनियों द्वारा 1148 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ था, जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आई हैं। BIG BREAKING: ED ने चेन्नई में OPG ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी, 8.38 करोड़ नकदी बरामद
विदेशी निवेश का गलत उपयोग
जांच में खुलासा हुआ है कि बिजली क्षेत्र में FDI निवेश के रूप में प्राप्त धन का एक बड़ा हिस्सा अवैध रूप से शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, रियल एस्टेट और भूमि में निवेश किया गया। यह गतिविधियां FDI दिशानिर्देशों के तहत सख्त वर्जित हैं। इसके अलावा, नकली चालान के माध्यम से नकदी में रूपांतरण और विदेशी कंपनियों की मदद से धन को बाहर भेजने की अनियमितता भी पाई गई है। BIG BREAKING: ED ने चेन्नई में OPG ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी, 8.38 करोड़ नकदी बरामद
विदेशी कंपनियों से मनी लॉन्ड्रिंग की जांच जारी
ED की छानबीन से यह भी सामने आया है कि OPG ग्रुप ने दुबई, आइल ऑफ मैन, सेशेल्स, सिंगापुर और हांगकांग में कई कंपनियां स्थापित की थीं। इन कंपनियों के जरिए धन को विदेशों में भेजा गया। फिलहाल इन विदेशी कंपनियों की जांच चल रही है ताकि मनी लॉन्ड्रिंग के अन्य पहलुओं की पुष्टि की जा सके। BIG BREAKING: ED ने चेन्नई में OPG ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी, 8.38 करोड़ नकदी बरामद