दौसा, राजस्थान: गौतस्कर अपनी गतिविधियों को छुपाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहते हैं। ताजा मामला राजस्थान के दौसा जिले का है, जहां तस्करों ने एक कार को एंबुलेंस का रूप देकर गोवंश की तस्करी शुरू कर दी। पुलिस की सूझबूझ से इस चालाकी का पर्दाफाश हुआ।
एंबुलेंस की आड़ में तस्करी
दौसा जिले के लवाण थाना क्षेत्र में 5 अगस्त की देर रात पुलिस ने एक संदिग्ध गाड़ी का पीछा किया। गाड़ी रोकने पर उसमें गोवंश मिले, जिसे तस्करों ने एंबुलेंस की शक्ल देकर तस्करी के लिए इस्तेमाल किया था। पुलिस की मुस्तैदी से तस्करों का यह नापाक इरादा फेल हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
लवाण थाना के प्रभारी गोपाल शर्मा ने बताया कि दौसा के डिप्टी SP रवि शर्मा पहले से ही कुछ गौतस्करों का पीछा कर रहे थे। सूचना मिलने पर लवाण थाना की टीम ने तस्करों का पीछा किया। मटवास गांव की सीम के पास पुलिस ने तस्करों को घेर लिया। हालांकि, तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे, लेकिन उनकी गाड़ी बरामद कर ली गई।
बरामद सामान
पुलिस ने गाड़ी के अलावा एक देसी कट्टा और एक एक्स्ट्रा नीली बत्ती भी बरामद की। पुलिस को शक है कि बरामद की गई गाड़ी चोरी की हो सकती है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और तस्करों की तलाश जारी है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि तस्कर चाहे जितने भी चालाक हों, पुलिस की सूझबूझ और सतर्कता से बच नहीं सकते। गौतस्करी जैसी घिनौनी गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है
दौसा में एंबुलेंस की आड़ में गौतस्करी का यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया कि अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकते।