स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से की जांच की मांग
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले में हाल ही में बनी करोड़ों की सड़क पहली ही बारिश में बह गई। इस मामले पर बीजापुर के स्थानीय लोगों ने जगदलपुर प्रवास पर पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की।बीजापुर: करोड़ों की सड़क बह गई, भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
मुख्यमंत्री का कड़ा रुख
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस मामले पर कड़ी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री अरुण साहू पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि उन्होंने विभागीय कार्यों पर निगरानी क्यों नहीं रखी।बीजापुर: करोड़ों की सड़क बह गई, भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप
प्रदेश के नेता का कहना है कि पूर्व की भूपेश बघेल सरकार के समय में जितने भी निर्माण कार्य हुए, उनमें व्यापक भ्रष्टाचार हुआ था। उन्होंने मांग की है कि इन सभी कार्यों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।बीजापुर: करोड़ों की सड़क बह गई, भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
2 महीने पहले बनी सड़क बह गई
बीजापुर जिले के गंगालूर से नेलसनार की सड़क, जो 2 महीने पहले बनी थी, पहली ही बारिश में बह गई। इस सड़क का निर्माण PWD विभाग ने किया था। इस परियोजना में कुल 16 कॉन्ट्रैक्ट हुए थे, जिसकी लागत 56 करोड़ रुपये थी। आरोप है कि ठेकेदार ने अधिकारियों से मिलीभगत कर इस लागत को 112 करोड़ रुपये कर दिया था।बीजापुर: करोड़ों की सड़क बह गई, भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
भाजपा नेताओं की मांग
स्थानीय भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच की मांग की है। गुरुवार को जगदलपुर पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों को सरकार नहीं बख्शेगी और उन्हें जेल जाना पड़ेगा।बीजापुर: करोड़ों की सड़क बह गई, भ्रष्टाचार पर कब लगेगी लगाम?
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सेक्टर में हुए भ्रष्टाचार के आरोपी जेल जाएंगे। यह कदम भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बीजापुर में भ्रष्टाचार और सड़क निर्माण के मुद्दे पर केंद्रित है, जो स्थानीय निवासियों और प्रदेश सरकार की प्रतिक्रिया को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करता है।