स्वच्छ भारत अभियान का मजाक? BJP महिला मोर्चा ने मंदिर में मनाया तीज मिलन, पीछे छोड़ गईं गंदगी का अंबार

स्वच्छ भारत अभियान का मजाक? BJP महिला मोर्चा ने मंदिर में मनाया तीज मिलन, पीछे छोड़ गईं गंदगी का अंबार, एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को स्वच्छ बनाने के लिए “स्वच्छ भारत अभियान” चला रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ता इस अभियान को पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में भाजपा महिला मोर्चा के एक कार्यक्रम के बाद जो तस्वीरें सामने आईं, वे चौंकाने वाली हैं और स्वच्छता के प्रति उनकी गंभीरता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना बलौदाबाजार के पलारी नगर पंचायत की है। यहां भाजपा महिला मंडल ने ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व वाले सिद्धेश्वर मंदिर परिसर में “तीज मिलन” कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुईं, जिनके लिए जलपान और नाश्ते की व्यवस्था भी की गई थी।स्वच्छ भारत अभियान का मजाक?

कार्यक्रम तो धूमधाम से संपन्न हो गया, लेकिन जब महिला कार्यकर्ता वहां से गईं, तो पीछे गंदगी का पहाड़ छोड़ गईं। पूरे मंदिर परिसर में खाने के खाली डिब्बे, प्लास्टिक की बोतलें, जूठे पत्तल और डिस्पोजल ग्लास बिखरे पड़े थे, जिससे पवित्र स्थल की सुंदरता और स्वच्छता पूरी तरह नष्ट हो गई।स्वच्छ भारत अभियान का मजाक?
प्रतिबंधित पुरातात्विक धरोहर में कैसे हुआ कार्यक्रम?
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सिद्धेश्वर मंदिर एक राष्ट्रीय पुरातात्विक धरोहर है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित है। नियमों के अनुसार, ऐसे संरक्षित स्थलों पर किसी भी प्रकार के निजी या सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन पर सख्त प्रतिबंध होता है। इसके बावजूद, न केवल यहां कार्यक्रम आयोजित किया गया, बल्कि उसके बाद गंदगी फैलाकर नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गईं।स्वच्छ भारत अभियान का मजाक?
स्थानीय लोगों ने जताई नाराजगी, उठाए सवाल
मंदिर परिसर में फैली गंदगी को देखकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उन्होंने इसे स्वच्छ भारत अभियान का खुला मजाक बताया है। लोगों का कहना है कि जब सत्ताधारी पार्टी के लोग ही नियमों और स्वच्छता की परवाह नहीं करेंगे, तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है? यह घटना उस समय हुई है जब राज्य सरकार और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय खुद स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे और सम्मान समारोह आयोजित कर रहे हैं।स्वच्छ भारत अभियान का मजाक?









