बिलासपुर | तारबाहर: तारबाहर थाना क्षेत्र के एक होटल में शराब के नशे में धुत रईसजादों ने जमकर हंगामा किया। वीरेंद्र सिंह राठौर और तनिष्क खंडेलवाल, जो कि गौरेला-पेंड्रा निवासी बताए जा रहे हैं, होटल के कर्मचारियों के साथ गाली-गलौच और मारपीट करने लगे। होटल स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को थाने ले गई। BREAKING: होटल में हुड़दंग, महिला पत्रकार से बदतमीजी – VIP ट्रीटमेंट पर सवाल!
थाने में भी किया हंगामा – VIP ट्रीटमेंट का आरोप!
सूत्रों के मुताबिक, नशे में चूर आरोपी थाने के अंदर भी अपनी ऊंची पहुंच का रौब दिखाते रहे। पुलिसकर्मियों के सामने गाली-गलौच और धमकीबाजी जारी रही, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
पुलिस ने सिर्फ धारा 151 के तहत मामूली कार्रवाई कर मामले को रफा-दफा कर दिया, जबकि सूत्रों का कहना है कि नेताओं के फोन पर आरोपियों को बचाने का दबाव डाला गया। BREAKING: होटल में हुड़दंग, महिला पत्रकार से बदतमीजी – VIP ट्रीटमेंट पर सवाल!
महिला पत्रकार से बदसलूकी – पुलिस बनी रही तमाशबीन!
जब इस पूरे मामले को कवरेज करने महिला पत्रकार थाने पहुंचीं, तो वीरेंद्र सिंह राठौर ने उनके साथ बदतमीजी की और उनका फोन तोड़ने की कोशिश की। लेकिन पुलिसकर्मी चुपचाप तमाशा देखते रहे।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी को एक पुलिस आरक्षक का सहारा लेते देखा गया। आरोपी के चेहरे पर न शर्मिंदगी थी, न पछतावा, बल्कि वह मुस्कुराता हुआ थाने से निकला, मानो कोई बड़ा कारनामा कर दिया हो! BREAKING: होटल में हुड़दंग, महिला पत्रकार से बदतमीजी – VIP ट्रीटमेंट पर सवाल!
क्या तारबाहर पुलिस अपराधियों को संरक्षण दे रही है?
इस पूरे मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर VIP ट्रीटमेंट के पीछे क्या वजह है?
➡️ क्या नशे में हुड़दंग करने वालों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है?
➡️ क्या महिला पत्रकारों की सुरक्षा पर पुलिस का रवैया लापरवाह बना रहेगा?
➡️ क्या प्रशासन ऐसे रईसजादों पर सख्त कार्रवाई करेगा? BREAKING: होटल में हुड़दंग, महिला पत्रकार से बदतमीजी – VIP ट्रीटमेंट पर सवाल!