रायगढ़, छत्तीसगढ़: शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों की डिजिटल पहचान को सुनिश्चित करने के लिए लागू किया गया आपार आईडी (APAAR ID) अब शिक्षकों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। जटिल प्रक्रियाओं के चलते शिक्षक बच्चों का पंजीकरण समय पर पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति ने रायगढ़ जिले के शिक्षकों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, जहां शिक्षा विभाग ने 107 प्राचार्यों और प्रभारी प्राचार्यों के वेतन पर रोक लगा दी है। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक
क्या है मामला?
रायगढ़ जिले के 107 स्कूलों में, जिनमें सरकारी और अशासकीय स्कूल शामिल हैं, प्राचार्यों और प्रभारी प्राचार्यों के दिसंबर माह के वेतन पर रोक लगाई गई है। शिक्षा विभाग ने यह कदम उन शिक्षकों के खिलाफ उठाया है, जिन्होंने आपार आईडी के तहत छात्रों का पंजीकरण समय पर पूरा नहीं किया। विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि बिना डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) के आदेश के इन स्कूलों के प्राचार्यों का वेतन जारी नहीं किया जाएगा। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक
आपार आईडी: छात्रों के लिए क्यों जरूरी?
आपार आईडी (APAAR ID) भारत सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत शुरू की गई एक डिजिटल पहचान प्रणाली है। इसका उद्देश्य छात्रों की शैक्षणिक जानकारी को एकीकृत और संरक्षित करना है। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक
आपार आईडी की खासियतें:
- डिजिटल पहचान: छात्रों की शैक्षणिक जानकारी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सुरक्षित रखती है।
- एकीकृत सिस्टम: “वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी” के तहत छात्रों का डाटा एक ही जगह संग्रहीत होता है।
- आसान पंजीकरण प्रक्रिया: आधिकारिक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर, OTP सत्यापित कर आईडी डाउनलोड की जा सकती है।
- शिक्षा प्रणाली का आधुनिकीकरण: शिक्षकों और छात्रों के लिए शिक्षा प्रक्रिया को सुगम और व्यवस्थित बनाती है। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक
शिक्षकों के लिए चुनौती क्यों बनी?
शिक्षकों का कहना है कि आईडी प्रक्रिया इतनी जटिल है कि इसे तय समय पर पूरा करना मुश्किल हो रहा है। दूसरी ओर, विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिससे शिक्षकों पर दबाव बढ़ रहा है। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक
शिक्षकों के लिए नई चुनौती:
शिक्षा विभाग की सख्ती के कारण 107 स्कूलों के प्राचार्यों का वेतन रोका गया।
आपार आईडी क्यों बनी जी का जंजाल?
छात्रों का पंजीकरण समय पर पूरा न करने पर शिक्षकों पर कार्रवाई।
आपार आईडी: छात्रों के लिए एक नई डिजिटल पहचान।
NEP 2020 के तहत लॉन्च किया गया “वन नेशन, वन स्टूडेंट आईडी”। ब्रेकिंग न्यूज़: आपार आईडी बना शिक्षकों के लिए सिरदर्द, 107 प्राचार्यों की सैलरी पर लगी रोक