रायपुर: इन दिनों रायपुर में रिश्वतखोरों के खिलाफ ACB/EOW की सख्त कार्रवाई जारी है, फिर भी भ्रष्ट अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामले में एसीबी की टीम ने रायपुर के एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। पटवारी ने दो व्यक्तियों से B1 खसरे में सुधार के लिए 30,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसमें से 10,000 रुपये नगद लिए गए थे और बाकी की राशि किश्तों में देने की बात तय हुई थी।रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार: B1 खसरे में सुधार के लिए 30,000 की मांग, 10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
मामला विस्तार से
ग्राम नकटी तिल्दा, रायपुर के निवासी मंगलूराम और योगेन्द्र बघेल ने एसीबी रायपुर में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि गांव नकटी स्थित भूमि की बिक्री के सौदे के लिए सत्यापित B1 और खसरे में सुधार की आवश्यकता थी, जिसके लिए पटवारी बृजेश मिश्रा ने 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। इसमें से 10,000 रुपये पहले ही दे दिए गए थे, जबकि शेष राशि को 10-10 हजार रुपये की किश्तों में देने की सहमति बनी थी।रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार: B1 खसरे में सुधार के लिए 30,000 की मांग, 10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
एसीबी की कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद एसीबी रायपुर ने मामले का सत्यापन किया और फिर ट्रैप योजना बनाई। 12 अगस्त 2024 को दूसरी किश्त के रूप में 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पटवारी बृजेश मिश्रा को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया।रिश्वतखोर पटवारी गिरफ्तार: B1 खसरे में सुधार के लिए 30,000 की मांग, 10,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन सख्त है। एसीबी की इस मुस्तैदी से अन्य रिश्वतखोरों को भी कड़ा संदेश जाएगा कि भ्रष्टाचार की कोई भी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जनता को न्याय और पारदर्शी प्रशासन की उम्मीद दिलाने के लिए इस तरह की कार्रवाइयों की निरंतरता बेहद आवश्यक है।