NCG NEWS DESK kalakatta :-
पश्चिम बंगाल के कथित संदेशखाली घटना मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने ममता सरकार को कड़ी फटकार लगाई है। हाई कोर्ट ने मामले को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि ‘अगर इस मामले में एक परसेंट भी सच्चाई है तो यह शर्मनाक है। पूरा प्रशासन और सत्ताधारी पार्टी इसके लिए नैतिक तौर पर 100% जिम्मेदार है। यह लोगों की सुरक्षा का मामला है।’
बता दें कि गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में संदेशखाली मामले की सुनवाई हुई। इस घटना पर दायर हलफनामे पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की अगुवाई वाली पीठ ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और बंगाल सरकार से कहा कि अगर आरोपी शांहजहां शेख पर आरोप सही साबित हुए तो आप जवाबदेही से बच नहीं सकते हैं। यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान की जाए। कोर्ट ने कहा कि संदेशखाली मामले में जिला प्रशासन और पश्चिम बंगाल सरकार को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
क्या है संदेशखाली मामला?
गौरतलब है कि संदेशखाली में महिलाओं से यौन शोषण, जमीन हड़पने और ईडी की टीम पर हमले के आरोपी शाहजहां शेख को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। शाहजहां शेख तृणमूल कांग्रेस का जिला स्तर का नेता है। हालांकि गिरफ्तारी के बाद शेख को टीएमसी ने पार्टी से बाहर निकाल दिया था। इतना ही नहीं संदेशखाली में शेख शाहजहां और उसके दो साथी – शिबू हाजरा और उत्तम सरदार – पर आरोप है कि वे महिलाओं का लंबे समय से गैंगरेप कर रहे थे। इस केस में शिबू हाजरा, उत्तम सरदार, शाहजहां शेख समेत 18 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
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