कैंसर, जो दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है, एक ऐसी घातक बीमारी है, जो हर साल लाखों लोगों की जान ले रही है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं और ये शरीर के विभिन्न अंगों से जुड़े होते हैं। इनमें से एक है फेफड़ों का कैंसर, जिसे लंग कैंसर (Lung Cancer) कहा जाता है। हालांकि, सिगरेट पीने को फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण माना जाता था, हाल ही में एक अध्ययन में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि अब धूम्रपान न करने वालों में भी फेफड़ों के कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। आइए, जानते हैं इसके कारण और इससे बचने के उपाय। सावधान! धूम्रपान न करने वालों में भी बढ़ रहा है फेफड़ों का कैंसर, जानें कारण और बचाव के तरीके
क्या कहती है स्टडी?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अंतरराष्ट्रीय कैंसर अनुसंधान एजेंसी के अनुसार, फेफड़ों के कैंसर के अधिकांश मामले सिगरेट पीने से होते हैं। हालांकि, ‘द लांसेट रेस्पिरेटरी मेडिसिन जर्नल’ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में यह पाया गया कि अब धूम्रपान न करने वालों में भी फेफड़ों के कैंसर के मामलों में वृद्धि हो रही है। इस स्टडी के अनुसार, वायु प्रदूषण इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण है। सावधान! धूम्रपान न करने वालों में भी बढ़ रहा है फेफड़ों का कैंसर, जानें कारण और बचाव के तरीके
वायु प्रदूषण से कैसे होता है फेफड़ों का कैंसर?
वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत वाहनों से निकलने वाला धुआं, फैक्ट्रियों और उद्योगों से प्रदूषित गैसों का उत्सर्जन है। ये सूक्ष्म कण (microscopic particles) फेफड़ों की सतह पर हमला करते हैं और गहरे तक जाकर फेफड़ों के टिशू को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा, कुछ रसायन जैसे रेडॉन गैस और बेंजीन भी फेफड़ों के कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं। सावधान! धूम्रपान न करने वालों में भी बढ़ रहा है फेफड़ों का कैंसर, जानें कारण और बचाव के तरीके
फेफड़ों के कैंसर के लक्षण:
- लगातार खांसी और खांसी में खून आना
- भूख में कमी और वजन घटना
- सांस लेने में कठिनाई और आवाज में बदलाव
- बार-बार फेफड़ों में संक्रमण होना
- थकान और कमजोरी
किसे है फेफड़ों के कैंसर का अधिक खतरा?
- वायु प्रदूषण में लंबे समय तक रहने वाले लोग, खासकर बड़े शहरों में
- फैक्ट्रियों, निर्माण स्थलों और रासायनिक संयंत्रों में काम करने वाले लोग
- बच्चे और बुजुर्ग, जिनकी इम्यून सिस्टम कमजोर होती है
फेफड़ों के कैंसर से बचाव के उपाय:
- एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) चेक करें: अपने शहर में प्रदूषण स्तर को नियमित रूप से चेक करें और अगर प्रदूषण उच्च हो, तो घर के अंदर रहें।
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें: घर की हवा को साफ करने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- मास्क पहनें: जब बाहर जाएं, तो एन95 या उच्च गुणवत्ता वाला मास्क पहनें।
- स्वस्थ आहार लें: अपनी डाइट में एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- वार्षिक जांच कराएं: नियमित जांच से कैंसर का समय रहते पता चल सकता है, जिससे इलाज में मदद मिलती है। सावधान! धूम्रपान न करने वालों में भी बढ़ रहा है फेफड़ों का कैंसर, जानें कारण और बचाव के तरीके