नान घोटाले में नया मोड़: CBI ने दर्ज किया केस, IAS-IPS चैट ने मचाई हलचल
प्रमुख बिंदु-
- CBI ने नान घोटाले में केस दर्ज किया
- IAS-IPS चैट बनी जांच का आधार
- ACB ने पहले दर्ज किया था केस
- सत्ता परिवर्तन के बाद कई आरोपियों को मिला संरक्षण
- पूर्व ACB चीफ जीपी सिंह को टारगेट करने की साजिश
- टुटेजा के ‘सीएम मैडम’ वाले चैट से गर्म हुई सियासत
रायपुर। नान घोटाले में नया मोड़:छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित नान घोटाले में अब एक बार फिर हलचल मच गई है। IAS-IPS अधिकारियों के व्हाट्सएप चैट को आधार बनाते हुए CBI ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले ACB ने भी इन्हीं चैट्स के आधार पर तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
📱 व्हाट्सएप चैट से खुली साजिश की परतें
नान घोटाले में नया मोड़:सूत्रों के अनुसार, CBI ने पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा के आवास पर छापेमारी की है, जो आज भी जारी रहने की संभावना है। चैट में ACB चीफ पर दबाव बनाने की कोशिश की गई थी कि वे कुछ आरोपियों को बचाएं और ‘सीएम सर’ व ‘सीएम मैडम’ के खिलाफ तथाकथित साक्ष्य जुटाएं।
🧾 2015 की डायरी और ‘सीएम मैडम’ का रहस्य
नान घोटाले में नया मोड़:2015 में भाजपा शासनकाल के दौरान नान घोटाले का खुलासा हुआ था। ACB की छापेमारी में मिली डायरी में बड़े घोटाले के सबूत दर्ज थे—इसमें ‘सीएम’, ‘सीएम मैडम’ जैसे नामों का उल्लेख था, जिसने कई अटकलों को जन्म दिया।
नान घोटाले में नया मोड़:बताया गया कि डायरी में ‘सीएम’ का अर्थ चिंतामणी चंद्राकर और ‘सीएम मैडम’ का अर्थ डॉ. रमन सिंह की पत्नी वीणा सिंह बताया गया, जिसे पुष्ट करने के लिए टुटेजा ने कथित साजिश रची थी।
🤝 सत्ता परिवर्तन के बाद बदली कहानी
2018 में कांग्रेस सरकार बनने के बाद अनिल टुटेजा ने कथित रूप से पाला बदल लिया और सत्ता के करीबी बन गए। आरोप है कि उन्होंने अपने ऊपर चल रहे मामलों को दबाने की कोशिश की और सरकारी तंत्र में गहरी पैठ बना ली।
⚖️ ACB चीफ जीपी सिंह के साथ हुआ कथित षडयंत्र
नान घोटाले में नया मोड़:व्हाट्सएप चैट में ACB के तत्कालीन चीफ जीपी सिंह को न्यायविरुद्ध कार्य करने का दबाव बनाया गया था, लेकिन उन्होंने सख्त रुख अपनाया। नतीजतन, उनके खिलाफ भी साजिश रची गई, और बाद में उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई।
नान घोटाले में नया मोड़:हालांकि, 2024 में CAT द्वारा उन्हें निर्दोष घोषित कर बहाल करने का आदेश आया, परंतु अभी तक उनकी पोस्टिंग नहीं हुई है। चर्चा है कि उन्हें जल्द ही बड़ा पुलिस दायित्व मिल सकता है।
🕵️♂️ CBI की जांच में उठ सकते हैं और भी परदे
नान घोटाले में नया मोड़:CBI ने अब इस मामले की कमान संभाल ली है। IAS-IPS अधिकारियों का कथित सिंडिकेट, जो वर्षों से सिस्टम को अपने अनुसार चलाता रहा, अब जांच के घेरे में है। कई अधिकारी जेल में हैं और कई पर शिकंजा कसता जा रहा है।