💥 नान घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई: अनिल टुटेजा के घर से मिले अहम दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जब्त
🔍 वाट्सएप चैटिंग और साक्ष्य छुपाने की साजिश में दर्ज हुई FIR, सीबीआई ने छापे में जुटाए अहम सुराग
रायपुर। बहुचर्चित छत्तीसगढ़ नान घोटाले (CG NAN Scam) में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। CBI ने वाट्सएप चैटिंग से जुड़े एक नए प्रकरण की जांच के लिए FIR दर्ज कर ली है और इसी सिलसिले में शुक्रवार को पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा के सिविल लाइंस स्थित घर पर छापा मारा गया। छापेमारी के दौरान CBI को कई अहम इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज और अन्य डिजिटल साक्ष्य मिले हैं जिन्हें जब्त कर लिया गया है।नान घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई
📲 क्या मिला CBI को टुटेजा निवास से?
सीबीआई सूत्रों के अनुसार:
- मोबाइल और लैपटॉप सहित कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस
- डिजिटल साक्ष्य जो घोटाले से जुड़ी चैटिंग और लेन-देन को स्पष्ट कर सकते हैं
- कई अहम फाइलें और दस्तावेज, जो साक्ष्य छिपाने या जांच को प्रभावित करने से संबंधित हो सकते हैं
⚖️ किन धाराओं में दर्ज हुई है FIR?
CBI द्वारा दर्ज एफआईआर में निम्न आरोप शामिल हैं:
- आपराधिक षड्यंत्र (Criminal Conspiracy)
- लोकसेवक द्वारा रिश्वत लेना और देना (Bribery)
- आपराधिक कदाचार (Misconduct)
- साक्ष्य को छिपाना या गढ़ना
- जांच को प्रभावित करने की कोशिश
🧾 ईडी ने सौंपी थी CBI को रिपोर्ट
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने ACB की रिपोर्ट और आयकर विभाग के डिजिटल सबूतों के आधार पर CBI को कार्रवाई के लिए अधिकृत किया था। ईडी का कहना है कि अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला ने जानबूझकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश की और डिजिटल साक्ष्यों को छिपाने की साजिश रची।नान घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई
👥 अब तक कौन-कौन हैं आरोपी?
इस मामले में नवंबर 2024 में ईओडब्ल्यू (EOW) ने जिन लोगों को आरोपी बनाया था, उनमें प्रमुख नाम हैं:
- अनिल टुटेजा (पूर्व आईएएस)
- आलोक शुक्ला
- सतीश चंद्र वर्मा
बाद में शुक्ला और वर्मा को कोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन अब सीबीआई की एंट्री से मामला फिर से तूल पकड़ता नजर आ रहा है।
🧠 जानिए क्या है नान घोटाला?
छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम (NAN) में करोड़ों रुपये के खाद्यान्न वितरण में भ्रष्टाचार और घोटाले के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला वर्ष 2015 से लगातार चर्चा में रहा है और कई वरिष्ठ अफसरों के नाम सामने आए हैं।नान घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई