बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लॉक में प्रशासनिक चूक से लोकतंत्र पर सवाल!
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम पंचायत मुड़खुसरा में पंचायत चुनाव के नतीजों में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। चुनाव परिणामों में वास्तविक विजेता को पराजित दिखाकर हारने वाले प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। इस प्रशासनिक लापरवाही के कारण पूरे गांव में हंगामा मच गया है और ग्रामीणों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है।
🔹 गलत गणना से चुनाव नतीजे में भारी गड़बड़ी
🔹 विजेता को चक्कर कटवा रहा प्रशासन, हारा प्रत्याशी बना विजेता!
🔹 वार्डवासियों ने उठाए निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया पर सवाल पंचायत चुनाव में बड़ा घोटाला! हारे हुए प्रत्याशी को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र, प्रशासन की लापरवाही से मचा बवाल
कैसे हुई चुनावी गड़बड़ी? जानें पूरा मामला
वार्ड नंबर 02, मुड़खुसरा में 17 फरवरी को पंच पद के लिए मतदान हुआ। इस चुनाव में तीन प्रत्याशी मैदान में थे:
📌 करुणा ठाकुर – 44 वोट (वास्तविक विजेता)
📌 भीषम घरत – 35 वोट
📌 सिरमोतीन बाई तारम – 07 वोट
नतीजों में करुणा ठाकुर 9 वोटों से विजयी हुईं, लेकिन प्रशासनिक गलती के चलते सिरमोतीन बाई तारम को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया, जो मात्र 07 वोट ही हासिल कर सकीं।
⚠ गणना पर्ची में हेरफेर
⚠ पीठासीन अधिकारी ने नहीं दी गणना पर्ची
⚠ 14 में से 13 वार्डों में सही नतीजे, केवल वार्ड 02 में गड़बड़ी! पंचायत चुनाव में बड़ा घोटाला! हारे हुए प्रत्याशी को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र, प्रशासन की लापरवाही से मचा बवाल
लोकतंत्र पर सवाल! ग्रामीणों में भारी आक्रोश
मुड़खुसरा गांव में इस चुनावी लापरवाही को लेकर ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। वार्डवासियों ने सवाल उठाया है कि केवल एक ही वार्ड में इतनी बड़ी गलती कैसे हो सकती है?
❗ क्या प्रशासन गड़बड़ी छुपाने की कोशिश कर रहा है?
❗ वास्तविक विजेता को ही क्यों काटने पड़ रहे हैं दफ्तरों के चक्कर?
❗ क्या इस घोटाले में बड़े अधिकारी भी शामिल हैं?
ग्रामवासियों ने तत्काल निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। पंचायत चुनाव में बड़ा घोटाला! हारे हुए प्रत्याशी को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र, प्रशासन की लापरवाही से मचा बवाल
क्या होगी प्रशासन की अगली कार्रवाई?
शासन के नियमों के अनुसार, ऐसी गलती करने वाले अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन इस मामले में अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
✅ जीते हुए प्रत्याशी को न्याय मिलेगा या फिर प्रशासन की लापरवाही जारी रहेगी?
✅ क्या जिला प्रशासन अपनी गलती स्वीकार कर सुधार करेगा?
✅ लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसी अनियमितताओं पर रोक कब लगेगी?
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस गड़बड़ी पर क्या कदम उठाएगा या फिर इसे दबाने की कोशिश करेगा? पंचायत चुनाव में बड़ा घोटाला! हारे हुए प्रत्याशी को दिया गया जीत का प्रमाण पत्र, प्रशासन की लापरवाही से मचा बवाल