CG Election 2025: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में नगरीय निकाय चुनाव की मतगणना 15 फरवरी को की जाएगी। इसके लिए बीआईटी कॉलेज में गणना पर्यवेक्षकों और सहायकों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया गया है। खास बात यह है कि इस बार एक वार्ड के सभी मतदान केंद्रों की गणना एक ही टेबल पर की जाएगी। आइए जानते हैं पूरी प्रक्रिया और इससे जुड़ी अहम बातें। CG Election 2025: दुर्ग में 15 फरवरी को एक ही टेबल पर होगी मतदान गणना, जानिए पूरी प्रक्रिया
एक ही टेबल पर होगी मतदान केंद्रों की गणना
दुर्ग में इस बार चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने के लिए एक नई व्यवस्था अपनाई गई है। एक वार्ड के सभी मतदान केंद्रों के मतों की गणना एक ही टेबल पर की जाएगी। इससे न सिर्फ गणना प्रक्रिया में तेजी आएगी, बल्कि मतगणना में त्रुटियों की संभावना भी कम होगी।CG Election 2025
गणना की चरणबद्ध प्रक्रिया
- पहले महापौर और अध्यक्ष के लिए प्राप्त निर्वाचन कर्तव्य मतपत्रों की गणना होगी।
- इसके बाद प्रत्येक वार्ड के मतदान केंद्रों की ईवीएम से गणना की जाएगी।
- मतों को टेबुलेशन प्रारूप में दर्ज किया जाएगा और संबंधित अभिकर्ता और सुपरवाइजर के हस्ताक्षर लेने के बाद इसे रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपा जाएगा।
टेबुलेशन चार्ट में होगा हस्ताक्षर
गणना प्रक्रिया के दौरान टेबुलेशन चार्ट में प्रत्येक गणना का रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा। गणना प्रारूप में सभी आवश्यक जानकारियों को दर्ज करने के बाद संबंधित अभिकर्ता और गणना पर्यवेक्षक को अपने हस्ताक्षर करने होंगे। इसके बाद ही परिणामों को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी जाएगी।CG Election 2025
ईवीएम नियंत्रण यूनिट की प्रक्रिया
- ईवीएम यूनिट के पीछे के पॉवर स्विच को ऑन किया जाएगा।
- हरी लाइट चमकने के बाद रिजल्ट सेक्शन का बटन दबाया जाएगा।
- इसके बाद प्रदर्शन सेक्शन में प्राप्त वोटों की संख्या, अंडर वोट, अनफिनिश्ड वोट और सीटों की कुल संख्या दिखेगी।
अभिकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण
मतगणना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए प्रत्येक उम्मीदवार को गणना अभिकर्ता नियुक्त करने की अनुमति दी गई है।CG Election 2025
अभिकर्ता की नियुक्ति के नियम
- यदि वार्ड में 5 या उससे कम मतदान केंद्र हैं, तो एक गणना अभिकर्ता नियुक्त किया जा सकेगा।
- यदि 5 से अधिक मतदान केंद्र हैं, और गणना दो टेबलों पर हो रही है, तो दो अभिकर्ता नियुक्त किए जा सकते हैं।
- महापौर और अध्यक्ष के लिए प्रत्येक टेबल पर एक-एक अभिकर्ता रहेगा।
पारदर्शिता और दक्षता की ओर एक कदम
दुर्ग जिले में 15 फरवरी को होने वाली मतगणना के लिए इस बार एकीकृत टेबल प्रणाली अपनाई गई है। इससे न केवल गणना प्रक्रिया आसान होगी, बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित की जा सकेगी। प्रशासन ने मतगणना के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली हैं और अब 15 फरवरी को लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण पड़ाव का साक्षी बनने का इंतजार है।CG Election 2025
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