चाणक्य नीति : करोड़पति बना देगा इन 4 चीजों का त्याग, जीवन भर सफलता चूमेगी कदम
चाणक्य नीति : चाणक्य कहते हैं कि किसी वस्तु की सुगंध को फैलाने के लिए ठंडी बयार की जरूरत होती है, लेकिन व्यक्ति का गुण या योग्यता भी मुंह से कहने की आवश्यकता नहीं वह स्वत : ही प्रसारित होते हैं सुगंध के समान। जिस तरह सुगंध को दबाकर नहीं रखा जा सकता उसी तरह अच्छे गुण भी दबकर नहीं रह सकते। ख्याति की मीठी बयार उसे मिल ही जाती है। इसी प्रकार यदि 4 चीजों का त्याग कर दिया तो अमीर बनने से आपको कोई रोक नहीं सकता।(चाणक्य नीति)
ये भी पढ़े:- Chanakya Sootra: कैरेक्टरलेस महिलाओं की पहचान कैसे करे? यकीन न हो तो खुद आजमा कर देखें!
घमंड : चाणक्य कहते हैं कि घमंड न केवल धन का नाश करता है बल्कि यह रिश्तों और संबंधों का भी नाश कर देता है। घमंडी व्यक्ति के पास लक्ष्मी नहीं आती है। अमीर आदमी को कभी भी रुपयों का घमंड नहीं करना चाहिए। रुपयों का घमंड करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती है। इसलिए घमंड को त्यागकर विनम्रता को अपनाने में ही भलाई है।(चाणक्य नीति)
बेईमानी : बेईमानी से कमाया गया पैसा कभी नहीं फलता है। आज नहीं तो कल उसका भुगतान करना ही पड़ता है। इसलिए बेईमानी को और इससे कमाए गए पैसे को त्याग देने में ही भलाई है। जो लोग गलत रास्ते से धन कमाते हैं उन्हें कभी भी सफलता नहीं मिलती है।(चाणक्य नीति)
ये भी पढ़े:-धनवान बना सकते हैं केले के पेड़ जानिए कैसे?
वाणी : कड़वे वचन बोलते रहने के पास कोई नहीं टिकता। न धन और न ही रिश्ते। कभी भी कड़वे वचन नहीं बोलना चाहिए। यदि वाणी में मधुरता नहीं है तो आप सफलता से कोसों दूर रहेंगे। कठोर वाणी का त्याग करके मधुर वाणी को अपनाने से सफलता कदम चूमने लगेगी। जीवन भर सफलता मिलती रहेगी।(चाणक्य नीति)
ये भी पढ़े:-क्षेत्रीय भाषा का ज्ञान होना आवश्यक,परंतु राष्ट्र भाषा हिंदी का संवर्धन भी अनिवार्य : ला. एस एन पटेल
धन का त्याग : चाणक्य के अनुसार जो धन बहुत मेहनत के बाद मिले, जिसके लिए अपने धर्म का त्याग करना पड़े, जिसके लिए शत्रुओं की खुशामद करनी पड़े उस धन का मोह नहीं करना चाहिए। उसका त्याग कर देना चाहिए।(चाणक्य नीति)