बिलासपुर, छत्तीसगढ़: बिलासपुर में सिविल लाइन पुलिस ने दो दिन पहले नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों के तार एक भाजपा नेता से जुड़े हैं, जो इस मामले में संदिग्ध रूप से शामिल हो सकते हैं। इनमें से एक आरोपी को पुलिस ने भाजपा नेता के दुकान से ही गिरफ्तार किया। आरोपियों पर यह आरोप है कि उन्होंने बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी की। नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, भाजपा नेता से जुड़े ठगों के तार, सूदखोरी में डूबा मंडल अध्यक्ष!
ठगी की पूरी योजना भाजपा नेता के दुकान में तैयार हुई?
जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन पुलिस ने अकलतरा जांजगीर के कपिल गोस्वामी उर्फ कपिलेश्वर, जैजैपुर के कथित पत्रकार गुरूशंकर दिव्य, राजेंद्र पलांगे, और बिलासपुर के पुरुषोत्तम तिवारी को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों पर आरोप है कि इन्होंने बेरोजगार युवकों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे वसूले और उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र और सरकारी विभागों के सील और मुहर भी बरामद किए हैं। नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, भाजपा नेता से जुड़े ठगों के तार, सूदखोरी में डूबा मंडल अध्यक्ष!
भाजपा नेता पर संदेह, सूदखोरी में भी शामिल!
सिविल लाइन पुलिस ने पुरुषोत्तम तिवारी को भाजपा नेता के दुकान से ही गिरफ्तार किया था, और पुलिस का मानना है कि इस ठगी की योजना भाजपा नेता के दुकान में बनी हो सकती है। भाजपा नेता संगठन के महत्वपूर्ण पद पर होने के साथ-साथ सूदखोरी के मामलों में भी कई बार फंस चुके हैं। इसके अलावा, वह जमीन के व्यापार में भी संलिप्त हैं और उनका कारोबार आजकल आठ से दस करोड़ रुपये का सूद चक्र चलाने का है। नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, भाजपा नेता से जुड़े ठगों के तार, सूदखोरी में डूबा मंडल अध्यक्ष!
भाजपा नेता की ‘पहुंच’ का फायदा
भाजपा नेता का राजनीति में मजबूत रुतबा होने के कारण वे अपने कई अवगुणों को छिपाने में सफल रहते हैं। उनके इस प्रभाव का फायदा लेकर ही वह अपनी सूदखोरी और ठगी के कारोबार को अंजाम देते रहे हैं। भाजपा में अपनी निष्ठा को लेकर वह कई बार उच्च पदों पर बने रहते हैं, जिससे उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई रुक जाती है। नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, भाजपा नेता से जुड़े ठगों के तार, सूदखोरी में डूबा मंडल अध्यक्ष!