हमर छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल? हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित

छत्तीसगढ़ शराब घोटाला: पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल? हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित, छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में फंसे पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कवासी लखमा की जमानत याचिका पर बिलासपुर हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। शुक्रवार को हुई सुनवाई के बाद अब सभी की निगाहें हाईकोर्ट के अंतिम निर्णय पर टिकी हैं।

WhatsApp Group Join Now
Facebook Page Follow Now
YouTube Channel Subscribe Now
Telegram Group Follow Now
Instagram Follow Now
Dailyhunt Join Now
Google News Follow Us!

जमानत पर सस्पेंस, फैसला सुरक्षित

जस्टिस अरविंद वर्मा की सिंगल बेंच में कवासी लखमा की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी हुई। इस दौरान दोनों पक्षों की दलीलें सुनी गईं, जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया। लखमा के वकीलों ने कोर्ट में तर्क दिया कि मामले में गिरफ्तारी काफी देर से की गई, जो सही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तारी से पहले लखमा का पक्ष ठीक से नहीं सुना गया।पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल?

क्या है 64 करोड़ रुपए का पूरा मामला?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) का आरोप है कि कवासी लखमा के आबकारी मंत्री रहते हुए उनके संरक्षण में यह पूरा घोटाला अंजाम दिया गया। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि इस घोटाले से मिली अवैध कमाई में से 64 करोड़ रुपए की रकम सीधे कवासी लखमा तक पहुंची, जिसे उन्होंने अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक हितों के लिए इस्तेमाल किया। इस मामले में अब तक चार आरोप पत्र (चार्जशीट) कोर्ट में दाखिल किए जा चुके हैं।पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल?

कैसे खुला था 2161 करोड़ का यह घोटाला?

इस बड़े घोटाले की परतें तब खुलनी शुरू हुईं जब आयकर विभाग ने 11 मई, 2022 को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में एक याचिका दायर की। इसमें छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर रिश्वत और अवैध दलाली का खुलासा किया गया था। याचिका में तत्कालीन रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को अवैध वसूली का मुख्य सूत्रधार बताया गया था।पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल?

आयकर विभाग की इसी याचिका को आधार बनाकर ED ने 18 नवंबर, 2022 को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया। अपनी जांच और दस्तावेजों के आधार पर ED ने कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में इस घोटाले को 2161 करोड़ रुपए का बताया, जिसने पूरे प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया था।पूर्व मंत्री कवासी लखमा को मिलेगी बेल या रहेंगे जेल?


Related Articles

WP Radio
WP Radio
OFFLINE LIVE
सैकड़ो वर्षो से पहाड़ की चोटी पर दिका मंदिर,51 शक्ति पीठो में है एक,जानिए डिटेल्स शार्ट सर्किट की वजह से फर्नीचर कंपनी के गोदाम में लगी आग महेश नवमी का माहेश्वरी समाज से क्या है संबंध? भारत ऑस्ट्रेलिया को हराकर टी20 वर्ल्ड कप से कर सकता है बाहर बिना कुछ पहने सड़को पर निकल गई उर्फी जावेद , देखकर बोले फैंस ये क्या छत्तीसगढ़ पुलिस कांस्टेबल शारीरिक दक्षता परीक्षा की तारीख घोषित, जानें पूरी डिटेल एक जुलाई से बदलने वाला है IPC, जाने क्या होने जा रहे है बदलाव WhatsApp या अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नहीं दिया जा सकता धारा 41ए CrPC/धारा 35 BNSS नोटिस The 12 Best Superfoods for Older Adults Mother died with newborn case : महिला डॉक्टर समेत 2 नर्सों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज