शिक्षक संवर्ग का हित संवर्धन ही प्राथमिकता – राजेश चटर्जी
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी ने संगठन की उपलब्धियों और प्राथमिकताओं को साझा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की प्रशासकीय स्वीकृति के बाद सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा फेडरेशन को मान्यता प्रदान की गई है। इस उपलब्धि को शिक्षक समुदाय के हित में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
शिक्षक संवर्ग की समस्याओं के समाधान में ऐतिहासिक योगदान
1982 से सक्रिय संगठन:
अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही संगठन के पदाधिकारी शिक्षकों के अधिकारों के लिए सक्रिय हैं।
2013 में नए पंजीयन के बाद:
संगठन ने स्कूल/ट्राइबल शिक्षा और तकनीकी शिक्षा विभाग के शिक्षक संवर्ग के अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
2019 और 2022 में मान्यता:
छत्तीसगढ़ शासन ने संगठन को विधिवत मान्यता प्रदान की, जिससे शिक्षक संवर्ग को सशक्त बनाने के प्रयासों को बल मिला।
33 जिलों में मजबूत प्रभाव और अनुभवी नेतृत्व
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन राज्य के 33 जिलों में सक्रिय है। संगठन के पास शिक्षक संवर्ग के मुद्दों का गहन अनुभव रखने वाले नेतृत्वकर्ता और पदाधिकारी हैं, जो समाधान निकालने में सक्षम हैं।छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
महत्वपूर्ण उपलब्धियां:
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100% पदोन्नति का नियम लागू:
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पाटन (दुर्ग) अधिवेशन में:
वर्ष 2008 (अराजपत्रित सेवा) और 2009 (राजपत्रित सेवा) में 100% पदोन्नति का नियम संगठन के सुझाव पर लागू किया गया।
- इससे वर्षों से एक ही पद पर कार्यरत शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिला।
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विभागीय हस्तांतरण और संविलियन:
- 9 फरवरी 2010 को संगठन के सुझाव पर ट्राइबल विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षकों/कर्मचारियों का परस्पर हस्तांतरण और संविलियन का आदेश जारी हुआ।
- यह आदेश शिक्षक संवर्ग के हित में ऐतिहासिक कदम था।
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“एक विभाग, एक भर्ती नियम” की अवधारणा:
- संगठन ने “एक विभाग, एक भर्ती नियम” का सुझाव दिया, जिसे स्कूल शिक्षा विभाग ने भर्ती पदोन्नति नियम 2019 में शामिल किया।
प्रमुख फैसले जो संगठन की पहल से लिए गए:
- शिक्षक संवर्ग के लिए भर्ती और पदोन्नति नियमों में सुधार।
- स्कूल शिक्षा और ट्राइबल शिक्षा विभाग के शिक्षकों के लिए स्थायी समाधान।
- संवर्ग के हित में राज्य शासन द्वारा महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय।
सक्रिय पदाधिकारियों का योगदान:
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के सक्रिय पदाधिकारी जैसे:
- पवन कामड़े
- महेंद्र वर्मा
- सुरेश चिंचुलकर
- मोरध्वज वर्मा
- सुरेश कामड़े
इन सभी ने शिक्षक संवर्ग के लिए न केवल सुझाव दिए बल्कि संगठन की प्राथमिकताओं को क्रियान्वित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
मुख्यमंत्री और शासन के प्रति धन्यवाद:
संगठन ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को उनकी प्रशासकीय स्वीकृति और सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा फेडरेशन को मान्यता देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
शिक्षा के क्षेत्र में संगठन की प्रमुख भूमिका:
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन ने शिक्षक संवर्ग के अधिकारों को सुरक्षित रखने, उनकी समस्याओं के समाधान और नीति निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई है। यह संगठन शिक्षकों के लिए एक मजबूत आवाज और भरोसेमंद संरक्षक बनकर उभरा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन का यह प्रयास न केवल शिक्षक समुदाय के लिए, बल्कि राज्य के शिक्षा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित हो रहा है।छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन