रायपुर। आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम आदेश जारी होने के बाद छत्तीसगढ़ में विभागो में भर्तियों का अंबार लगा हुआ है। जिसके साथ विवादों का आलम थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मामला वर्तमान शिक्षक भर्ती से जुड़ा है। मजे की बात ये है कि साक्षात्कार में बुलाने के लिए जिन अभ्यर्थियों की सूची जारी हुई, उसमें जो टॉप में आए और तीसरे स्थान पर आने वाले अभ्यर्थियों का नाम ही नहीं था है। मतलब बगैर साक्षात्कार के ही वे टॉप कर गए।
सहायक शिक्षक भर्ती
इंटरव्यू में बुलाये गये 35 अभ्यर्थियों की लिस्ट को ध्यान से पढ़िए ।
अब इसी इंटरव्यू के बाद हुए चयन में प्रथम स्थान पर निर्भय कुजूर और तीसरे स्थान पर पूर्णिमा सिंह हैं ।
क्या ऐसा संभव है की आप इंटरव्यू लिस्ट में ही नही हैं और आप परीक्षा में टॉप कर दें ?… pic.twitter.com/dKxx3KVsez
— Ujjwal Deepak (मोदी का परिवार) (@ujjwaldeepak) July 10, 2023
दरअसल, यह खुलासा राज्य में हो रही भर्तियों के मामले में नजर रखने वाले युवा उज्जवल दीपक ने किया है। ट्वीट के जरिए उन्होंने एक जानकारी साझा की है। आपको बता दें कि प्रदेश में 13 हजार शिक्षक पदो की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया था। लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई थी। वहीं बाद में जारी टॉप सूची में मिलान के बाद दीपक ने इस पर सवाल खड़े किए हैं।
ट्वीट में दी जानकारी
उज्जवल दीपक ने लिखा है कि सहायक शिक्षक भर्ती के लिए साक्षात्कार में बुलाए गए 35 अभ्यर्थियों की सूची को ध्यान से पढ़िए, अब इसी साक्षात्कार के बाद हुए चयन में प्रथम स्थान पर निर्भय कुजूर और तीसरे स्थान पर पूर्णिमा सिंह हैं। क्या ऐसा संभव है कि आप इंटरव्यू लिस्ट में ही नहीं हैं और आप परीक्षा में टॉप कर दें।
सीएम पर कसा तंज
दीपक ने आगे सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए लिखा है कि जरूर कोई टंकण त्रुटि होगी या फिर दूरभाष पर चर्चा कर लिस्ट बनाई गई होगी। इसके बाद सीएम को टैग करते हुए लिखा है कि मुझे @भूपेश बघेल पर पूरा भरोसा है कि उनकी सरकार एकदम ईमानदारी से भ्रष्टाचार कर रही है। बता दें ट्वीट में ही उन्होंने वह लिस्ट भी पोस्ट किया है, जिसमें उक्त दोनों का नाम नहीं है।