छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान छत्तीसगढ़ में सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री साय ने केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत 1383 करोड़ रुपये के कार्यों की स्वीकृति का अनुरोध किया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर राज्य में सड़क परियोजनाओं और आदिवासी क्षेत्रों की कनेक्टिविटी पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस बैठक में राज्य में सड़क परिवहन को और अधिक सुलभ व सुविधाजनक बनाने के लिए नई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का प्रस्ताव रखा। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इस पर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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बैठक में उपमुख्यमंत्री अरुण साव, वित्त मंत्री ओपी चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव पी दयानंद, राहुल भगत, लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी और भारत सरकार के अधिकारी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बैठक में राज्य के सामाजिक एवं आर्थिक उन्नति के लिए सुदूर आदिवासी वनांचलों को मुख्य मार्गों से जोड़ने के लिए नए राष्ट्रीय राजमार्ग का प्रस्ताव रखा। उन्होंने रायगढ़-धरमजयगढ़-मैनपाट-अंबिकापुर-उत्तरप्रदेश सीमा तक कुल 282 किमी तक के मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की। उन्होंने बताया कि यह मार्ग प्रदेश के चार जिलों से होकर गुजरता है और धार्मिक नगरी अयोध्या से छत्तीसगढ़ राज्य को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है।
मुख्यमंत्री ने कवर्धा-राजनांदगांव-भानुप्रतापपुर-अंतागढ़-नारायणपुर-गीदम-दंतेवाड़ा-सुकमा मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि यह कुल 482 किमी लंबा मार्ग राज्य के कुल 6 राष्ट्रीय राजमार्गों एवं 5 जिला मुख्यालयों को जोड़ने वाला अति महत्वपूर्ण मार्ग है। इस मार्ग के निर्माण से बस्तर का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मुख्य मार्ग से जुड़ेगा और नक्सल गतिविधियों में कमी आएगी।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने रायपुर शहर से गुजरने वाले तीन राष्ट्रीय राजमार्गों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने की मांग की। उन्होंने एनएच 130बी से 53 को जोड़ने वाले मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि इस मार्ग के एनएच घोषित होने से रायपुर शहर का रिंग रोड पूर्ण रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग हो जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने रतनपुर-लोरमी-मुंगेली-नांदघाट-भाटापारा-बलौदाबाजार मार्ग, केंवची-पेंड्रारोड-पसान-कटघोरा मार्ग, मुंगेली-नवागढ़-बेमेतरा-धमधा-दुर्ग-झलमला मार्ग, राजनांदगांव-मोहला-मानपुर मार्ग और पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का प्रस्ताव रखा।
मुख्यमंत्री साय ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 130 में कटघोरा से अंबिकापुर तक फोर लेन चौड़ीकरण करने तथा एनएच क्रमांक 53 पर टाटीबंध से तेलीबांधा तक सुरक्षित यातायात की दृष्टि से सरोना चौक, उद्योग भवन और तेलीबांधा चौक पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण की आवश्यकता बताई है।
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इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के वार्षिक योजना 2024-25 में एनएच 30 धमतरी से जगदलपुर व एनएच 130बी में रायपुर-बलौदाबाजार-सारंगढ़ मार्ग फोर लेन करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, रायपुर-दुर्ग एनएच 53 के दो जंक्शन सिरसा गेट व खुर्सीपार जंक्शन पर ग्रेड सेपरेटर निर्माण के स्वीकृति का आग्रह किया है।
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मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत 1383 करोड़ के 13 कार्यों के प्रस्ताव मंत्रालय को भेजे गए हैं। उन्होंने इन प्रस्तावों को जल्द स्वीकृत करने का अनुरोध किया।
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मुलाक़ात के दौरान मुख्यमंत्री ने रायपुर में नवंबर में होने वाले इंडियन रोड कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री को आमंत्रण भी दिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ में सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए विभिन्न प्रस्तावों पर जल्द से जल्द सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया।