छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम: मुख्यमंत्री साय ने हाइड्रोजन फ्यूल ट्रक को दिखाई हरी झंडी
परिचय: शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में ऐतिहासिक पहल
रायपुर, 10 मई 2025 – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज अपने निवास परिसर से एक हाइड्रोजन फ्यूल लॉजिस्टिक ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उन्होंने स्वयं हस्ताक्षर कर ट्रक की चाबी चालक को सौंपी। मुख्यमंत्री ने इस अभिनव प्रयास के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) और अडानी नैचरल रिसोर्सेस की सराहना करते हुए इसे छत्तीसगढ़ और देश को हरित ऊर्जा की ओर ले जाने वाला एक क्रांतिकारी कदम बताया।छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम
मुख्यमंत्री का विजन: हरित और विकसित छत्तीसगढ़
श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और आज इस विकास यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के विशेष दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2070 तक भारत को शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला देश बनाने के संकल्प को साकार करने में यह पहल मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह कदम पर्यावरण संरक्षण और औद्योगिक विकास के मध्य संतुलन स्थापित करने में सहायक होगा। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध प्रदेश है। इस ट्रक का उपयोग खनिज परिवहन में होने से कार्बन उत्सर्जन में उल्लेखनीय कमी आएगी। प्रदेश सरकार पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के साथ-साथ ग्रीन टेक्नोलॉजी और नवाचार को भी प्राथमिकता दे रही है। विकास और पर्यावरण संरक्षण एक साथ संभव हैं, और ऐसी पहलें हमारे इस संकल्प को और सुदृढ़ करेंगी।”छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम
हाइड्रोजन ईंधन: स्वच्छ ऊर्जा का भविष्य
हाइड्रोजन, प्रकृति में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध एक ऐसा तत्व है जिसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके जलने से किसी भी प्रकार का हानिकारक उत्सर्जन नहीं होता। हाइड्रोजन फ्यूल सेल से संचालित वाहन, डीजल ट्रकों के समान ही दूरी तय करने और भार वहन करने की क्षमता रखते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये वाहन धुएं के स्थान पर केवल जल वाष्प और गर्म हवा उत्सर्जित करते हैं, साथ ही इनका ध्वनि स्तर भी बहुत कम होता है। खनन क्षेत्र में, जहाँ अधिकांश मशीनरी डीजल पर निर्भर है, स्वच्छ ईंधन विकल्पों को अपनाना प्रदूषण और ध्वनि को कम करने में अत्यधिक प्रभावी होगा। यह पहल भारत की कच्चे तेल पर निर्भरता को कम करने और कार्बन फुटप्रिंट को घटाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम
अत्याधुनिक हाइड्रोजन ट्रक: क्षमता और विशेषताएं
यह ट्रक भारतीय एवं अंतर्राष्ट्रीय तकनीकी सहयोग से निर्मित किया गया है और इसमें ईंधन के रूप में हाइड्रोजन का उपयोग किया जाएगा। माल परिवहन के लिए विकसित किए जा रहे इस हाइड्रोजन फ्यूल सेल बैटरी चालित ट्रक में उन्नत स्मार्ट तकनीक और तीन हाइड्रोजन टैंक लगे हैं। यह एक बार में 200 किलोमीटर की दूरी तक 40 टन तक का माल ले जाने में सक्षम होगा।छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम
साझेदारी और उद्देश्य
प्रदेश में एक हरित और टिकाऊ भविष्य सुनिश्चित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड और अडानी नैचरल रिसोर्सेस ने यह संयुक्त पहल की है। अडानी एंटरप्राइजेज के नैचरल रिसोर्सेस के सीईओ डॉ. विनय प्रकाश ने इस पहल को खनन क्षेत्र में सतत विकास के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने यह भी बताया कि अडानी नैचरल रिसोर्सेस एशिया की पहली कंपनी है जिसने ‘डोज़र पुश सेमी ऑटोनॉमस तकनीक’ को अपनाया है, जिससे सुरक्षा और स्थिरता दोनों में वृद्धि हुई है। इस ट्रक का उपयोग छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा रायगढ़ जिले के गारे पेल्मा-3 कोल ब्लॉक से राज्य की विद्युत उत्पादन इकाइयों तक कोयला परिवहन के लिए किया जाएगा।छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्री चंद्रहास चंद्राकर, सीएसपीजीसीएल के प्रबंध संचालक श्री संजीव कटियार और अडानी ग्रुप के अन्य प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।छत्तीसगढ़ में हरित क्रांति की ओर बड़ा कदम