युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक

युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक
रायपुर: युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक, छत्तीसगढ़ में युवाओं के बीच बदलती जीवनशैली और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति उनके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रही है। चिंता की बात यह है कि अब 40 साल की उम्र में भी लोग सीवियर हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं, और इस खतरे से समाज को सेहत का पाठ पढ़ाने वाले डॉक्टर भी अछूते नहीं हैं। अत्यधिक तनाव, धूम्रपान और शराब का सेवन कम उम्र में ही दिल की बीमारियों का मुख्य कारण बनकर उभर रहा है।
कम उम्र में हाइपरटेंशन और दिल के रोग
चिकित्सकों के अनुसार, पहले जहां हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां 50 की उम्र के बाद देखने को मिलती थीं, वहीं अब 35 से 40 वर्ष के युवा भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। अनियमित खान-पान, शारीरिक निष्क्रियता और काम का दबाव युवाओं को समय से पहले दिल का मरीज बना रहा है। रायपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों तक, रोजाना ऐसे सैकड़ों युवा मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं जो हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं।युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक
चौंकाने वाले आंकड़े और केस स्टडी
शहर के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (ACI) में पिछले छह महीनों में हार्ट अटैक के एक हजार से अधिक मामलों का सामने आना स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। औसतन हर दिन लगभग 5 से 6 लोग हार्ट अटैक के कारण अस्पताल पहुंच रहे हैं। ये आंकड़े इसलिए भी चौंकाने वाले हैं क्योंकि इनमें बड़ी संख्या युवाओं की है।युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक
केस-1: हाल ही में, रायपुर के एक 40 वर्षीय डॉक्टर को शाम के समय गंभीर हार्ट अटैक आया। उन्हें तत्काल एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां व्यस्त कैथलैब के बावजूद डॉक्टरों ने उनकी सफल एंजियोप्लास्टी कर जान बचाई।
केस-2: एक अन्य 47 वर्षीय डॉक्टर को तड़के दिल का दौरा पड़ा। उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए खुद कार ड्राइव की और अस्पताल पहुंचे। वहां पहले से तैयार टीम ने उनकी एंजियोप्लास्टी की। जानकारी के अनुसार, उन्हें धूम्रपान की लत थी।
क्यों डॉक्टर भी नहीं हैं महफूज?
नेहरू मेडिकल कॉलेज में कार्डियक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू का मानना है कि डॉक्टर सबसे अधिक तनावग्रस्त पेशेवरों में से हैं। वे दूसरों का इलाज करने के दबाव और समय की कमी के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते। उन्होंने बताया कि युवाओं में करियर को लेकर बढ़ता तनाव, धूम्रपान, शराब का सेवन और अनियमित दिनचर्या हाइपरटेंशन का बड़ा कारण है।युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक
खतरे को कम करने के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि जीवनशैली और खान-पान में सुधार करके इस गंभीर खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है। नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, नशे से दूरी और तनाव प्रबंधन अपनाकर युवा अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं।युवाओं पर भारी पड़ रही सिगरेट और शराब की लत, 40 की उम्र में भी हो रहा हार्ट अटैक









