बिलासपुर, छत्तीसगढ़ – बिलासपुर में जमीन बिक्री के एक मामले में फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र बनाने का आरोप सामने आया है। इस मामले में, विक्रेता द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन की रजिस्ट्री की गई है, जिसमें पटवारी के फर्जी हस्ताक्षर और सील का आरोप लगाया गया है। यह मामला अब सिटी कोतवाली थाने में दर्ज किया गया है, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बिलासपुर में फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र मामले में शिकायत, सिटी कोतवाली में जांच शुरू
क्या है पूरा मामला?
बिलासपुर के सिटी कोतवाली थाना में हाल ही में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें हल्का पटवारी उमेंद्र प्रसाद बंजारे ने आरोप लगाया कि जूना बिलासपुर स्थित खसरा नंबर 123 की भूमि का विक्रेता श्रीमती पिंकी मतलानी द्वारा फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र तैयार कर रजिस्ट्री की गई है। यह रजिस्ट्री 4 अक्टूबर 2024 को की गई, जिसमें उनके फर्जी हस्ताक्षर और सील का इस्तेमाल किया गया है।
पटवारी के मुताबिक, यह दस्तावेज उस समय उनके ध्यान में आया, जब क्रेता ने कब्जा प्रमाण पत्र के लिए स्टांप प्रस्तुत किया। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि उक्त दस्तावेज़ में संलग्न कब्जा प्रमाण पत्र उनके द्वारा जारी नहीं किया गया था, जो इस मामले को और संदिग्ध बनाता है। बिलासपुर में फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र मामले में शिकायत, सिटी कोतवाली में जांच शुरू
सिटी कोतवाली पुलिस की जांच जारी
फर्जी कागजात तैयार करने और रजिस्ट्री करने के मामले में विक्रेता और क्रेता दोनों को सिटी कोतवाली थाने में तलब किया गया है। पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच शुरू कर दी है और इसमें शामिल सभी संदिग्ध अधिकारियों की भूमिका का भी पता लगाया जा रहा है।
यह घटना जमीनों के फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों के बीच एक और उदाहरण बनकर सामने आई है। प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। भूमि विक्रेताओं, क्रेताओं और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है। बिलासपुर में फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र मामले में शिकायत, सिटी कोतवाली में जांच शुरू
जमीन फर्जीवाड़े पर प्रशासन से सख्त कार्रवाई की जरूरत
इस प्रकार के मामलों से न केवल लोगों का विश्वास उथल-पुथल होता है, बल्कि यह जमीन खरीद-फरोख्त के पूरे प्रक्रिया को संदेहास्पद बना देता है। प्रशासन से यह अपेक्षा की जाती है कि वह जांच प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करे और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार के फर्जीवाड़े को रोका जा सके। बिलासपुर में फर्जी कब्जा प्रमाण पत्र मामले में शिकायत, सिटी कोतवाली में जांच शुरू