कांग्रेस को महापौर की टिकट ऐसे नेता को देना चाहिए, जिन्होंने पूर्व महापौर मधुसूदन यादव के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की।
(निष्कासन समाप्त कर महापौर की टिकट देने से भाजपा के दावेदार की स्थिति कमजोर हो सकती है।)
राजनांदगांव: पूर्व पार्षद और शहर की आवाज हेमंत ओस्तवाल ने एक पत्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य के प्रभारी और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज से राजनांदगांव महापौर की टिकट देने का आग्रह किया। उनका कहना है कि यह टिकट उस व्यक्ति को दी जानी चाहिए जिसने पूर्व महापौर मधुसूदन यादव के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच की और उसे उजागर किया।
भ्रष्टाचार के मामले
- अमृत मिशन योजना में 210 करोड़ का घोटाला।
- बुढ़ासागर सौंदर्यीकरण के निर्माण कार्य में 16 करोड़ का भ्रष्टाचार।
- एलडी लाइट खरीद में 95 लाख की धोखाधड़ी।
- निगम दुकानों में भ्रष्टाचार, पुष्प महोत्सव में वित्तीय अनियमितताएं, और सड़क डामरीकरण में लगभग 10 करोड़ की धोखाधड़ी।
कांग्रेस सरकार के तहत भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं होना
ओस्तवाल ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान इन मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे यह साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी का हित एक असली कांग्रेसी नेता के नेतृत्व में बेहतर होगा। यदि कांग्रेस पार्टी मेरे जैसे वफादार कार्यकर्ता को महापौर का टिकट देती है तो, पार्टी को राजनांदगांव में एक मजबूत जीत मिल सकती है।
कांग्रेस की स्थिति और भविष्य
ओस्तवाल ने चेतावनी दी कि यदि कांग्रेस ने अपने वफादार कार्यकर्ताओं को न पहचाना, तो भाजपा के पक्ष में ही महापौर का चुनाव हो सकता है, जैसा कि पिछले दो दशकों से हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी ने निष्कासन समाप्त करके उन्हें महापौर की टिकट दी और जमीनी कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन किया, तो भाजपा के दावेदारों को हराया जा सकता है।