कोंडागांव

CRPF का बस्तर को नमन: कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन, 460 वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि

कोण्डागांव : कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन, CRPF का बस्तर को नमन: कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन, 460 वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि, स्वतंत्रता दिवस के गौरवशाली अवसर पर, सीआरपीएफ की 188वीं वाहिनी ने कोण्डागांव में एक भव्य ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन कर देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्मारक बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में सीआरपीएफ के सभी शहीदों को समर्पित अपनी तरह का पहला स्मारक है।

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वाहिनी के मुख्यालय के बाहर, राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर शबरी इम्पोरियम के सामने निर्मित इस स्मारक का लोकार्पण 188वीं वाहिनी के कमांडेंट भावेश चौधरी ने किया। कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

460 वीरों का सर्वोच्च बलिदान

CRPF का बस्तर को नमन: कोण्डागांव में पहले 'शहीद स्मारक' का उद्घाटन, 460 वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि

इस अवसर पर अपने संबोधन में कमांडेंट भावेश चौधरी ने नक्सलवाद के खिलाफ सीआरपीएफ के लंबे और कठिन संघर्ष को याद किया। उन्होंने बताया, “21वीं सदी की शुरुआत में जब छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद चरम पर था, तब सीआरपीएफ को अत्यंत विषम परिस्थितियों में यहां तैनात किया गया था। 1 जनवरी 2003 से अब तक, विभिन्न मुठभेड़ों, हमलों और धमाकों में 20 अधिकारियों सहित सीआरपीएफ के कुल 460 वीरों ने राष्ट्र रक्षा के इस महायज्ञ में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।” कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ ने इस गुरिल्ला युद्ध में डटकर मुकाबला किया और बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराकर या गिरफ्तार कर उल्लेखनीय सफलता हासिल की। कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

2026 तक नक्सल-मुक्त भारत का लक्ष्य

कमांडेंट चौधरी ने विश्वास जताया कि यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को स्वतंत्रता और सुरक्षा की ऊंची कीमत की याद दिलाता रहेगा। उन्होंने कहा, “यह सीआरपीएफ के ही अथक प्रयासों का परिणाम है कि आज नक्सलवाद अपनी आखिरी सांसें ले रहा है। भारत सरकार के संकल्प के अनुसार, मार्च 2026 से पहले देश को नक्सल-मुक्त करने के प्रयास निश्चित रूप से सफल होंगे।” कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में जब नक्सलवाद समाप्त हो जाएगा और यहां से वाहिनियां अन्य स्थानों पर तैनात हो जाएंगी, तब भी यह स्मारक बस्तर में सीआरपीएफ द्वारा दिए गए बलिदान और किए गए कार्यों का एक स्थायी प्रतीक बना रहेगा। कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

इस भावपूर्ण समारोह में द्वितीय कमान अधिकारी अभिज्ञान कुमार, उप-कमांडेंट कमल सिंह मीणा, सहायक कमांडेंट ओमप्रकाश विश्नोई और चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल चंद्रन आर.पी. सहित सभी अधीनस्थ अधिकारी, जवान और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे। सभी ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर उनका भावभीनी स्मरण किया। कार्यक्रम का समापन ‘अमर शहीद जिंदाबाद’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों से हुआ, जिससे पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो गया। कोण्डागांव में पहले ‘शहीद स्मारक’ का उद्घाटन

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