आरजेडी में भगदड़ की स्थिति, चुनावी तैयारियों को झटका
नीतीश कुमार और एनडीए की रणनीति बनाम विपक्ष की चुनौती
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार जहां स्थिरता बनाए रखने की कोशिश में है, वहीं विपक्षी गठबंधन “इंडिया” के भीतर अंदरूनी मतभेद उभरते जा रहे हैं। एनडीए में सिर्फ बयानबाजी तक मामला सीमित है, जबकि आरजेडी जैसे दलों में आपसी खींचतान साफ नजर आ रही है। लालू प्रसाद यादव के प्रयासों और तेजस्वी यादव की मेहनत के बावजूद आरजेडी नेताओं का पार्टी छोड़ना एक बड़ी चुनौती बन गया है। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!
आरजेडी में नेताओं का पलायन
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी को इस साल कई बड़े झटके लगे हैं। फरवरी से लेकर अब तक अफाक करीम, बुलो मंडल, देवेंद्र प्रसाद यादव, रामबली प्रसाद चंद्रवंशी, और श्याम रजक जैसे वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। विधानसभा चुनाव से पहले यह सिलसिला तेजस्वी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े करता है। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!
कांग्रेस से खट्टे रिश्ते
आरजेडी और कांग्रेस के संबंधों में दरारें बढ़ती जा रही हैं। लालू यादव ने एक समय सोनिया गांधी का खुलकर समर्थन किया था, लेकिन वर्तमान में इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस का नेतृत्व कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं। इससे विपक्षी गठबंधन की एकजुटता पर असर पड़ सकता है। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!
महागठबंधन की राह मुश्किल
बिहार के महागठबंधन से प्रेरित होकर इंडिया ब्लॉक बनाया गया, लेकिन राज्य स्तर पर यह प्रयोग सफल होता नजर नहीं आ रहा। दिल्ली, बंगाल और हरियाणा जैसे राज्यों में विपक्षी दलों के बीच बढ़ते टकराव इस बात का प्रमाण हैं। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!
तेजस्वी के वादे और उनकी प्रभावशीलता
महिलाओं को मासिक सम्मान राशि, मुफ्त बिजली, और सामाजिक सुरक्षा पेंशन बढ़ाने जैसी योजनाओं के बावजूद तेजस्वी यादव जनता को प्रभावित करने में असफल हो रहे हैं। अन्य राज्यों की तरह इन वादों का लाभ उन्हें मिलता नहीं दिख रहा। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!
नीतीश कुमार की भूमिका पर नजर
नीतीश कुमार को लेकर विपक्षी दलों को उम्मीद थी कि वे एनडीए का साथ छोड़ सकते हैं, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अपनी पिछली गलतियों को नहीं दोहराएंगे। इससे एनडीए और अधिक मजबूत हो रहा है और तेजस्वी यादव की राह और कठिन होती जा रही है। लालू के तिकड़म और तेजस्वी की मेहनत के बावजूद CM बनने का सपना खतरे में!