रायपुर : छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भारी कमी का मुद्दा राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान उठाया गया। विधानसभा में विधायक दीपेश साहू द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि राज्य में 24,636 सहायक शिक्षक के पद रिक्त हैं। इस रिपोर्ट में अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े भी साझा किए गए हैं, जिनसे राज्य के शिक्षा क्षेत्र की स्थिति की गंभीरता का पता चलता है।
क्या कहा गया था सरकारी जवाब में?
मुख्यमंत्री ने लिखित जवाब में निम्नलिखित जानकारी दी:
- 327 प्राथमिक स्कूल शिक्षक विहीन हैं।
- 4822 स्कूल एक शिक्षकीय हैं।
- 24,636 सहायक शिक्षक के पद रिक्त हैं।
- प्राचार्य के 2856 पद, व्याख्याता के 13,024 पद, प्रधान पाठक (माध्यमिक शाला) के 3217 पद और प्राथमिक शाला के 3724 पद रिक्त हैं।
- हालांकि, इन पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है, लेकिन नवीन भर्ती के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है।
बीएड और डीएड शिक्षक संकट
इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बीएड और डीएड धारक 2900 शिक्षकों को नौकरी से बाहर किया गया है। ये सभी शिक्षक सहायक शिक्षक के रूप में कार्यरत थे और उन्हें उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार नौकरी से हटा दिया गया। इन शिक्षकों में से लगभग 30 को जेल भी भेजा गया।
सरकार की प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर सरकार ने सहानुभूति व्यक्त की, लेकिन समायोजन का समय नहीं निकाल पाई। बीएड अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार ने उनकी समस्याओं का समाधान करने के बजाय उनकी मांगों को नजरअंदाज किया।