1 दिसंबर से संभालेंगे नई जिम्मेदारी
प्रसिद्ध मिसाइल वैज्ञानिक डॉ. जयतीर्थ राघवेंद्र जोशी को ब्रह्मोस एयरोस्पेस का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। वह 1 दिसंबर से इस पद पर अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे। इस खबर की पुष्टि रक्षा अधिकारियों ने की है। डॉ. राघवेंद्र जोशी बने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के नए प्रमुख: मिसाइल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान
ब्रह्मोस एयरोस्पेस: भारत-रूस की संयुक्त पहल
ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस के बीच एक संयुक्त एयरोस्पेस और रक्षा निगम है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- यह प्रमुख रूप से क्रूज मिसाइलों का निर्माण करता है।
- यह संगठन भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया के संयुक्त सहयोग से स्थापित किया गया था।
- ब्रह्मोस मिसाइलें अपनी सटीकता और गति के लिए जानी जाती हैं और इन्हें भारत की रणनीतिक रक्षा प्रणाली की रीढ़ माना जाता है। डॉ. राघवेंद्र जोशी बने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के नए प्रमुख: मिसाइल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान
डॉ. राघवेंद्र जोशी: मिसाइल क्षेत्र में अग्रणी योगदान
डॉ. राघवेंद्र जोशी ने मिसाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
- उन्होंने कई महत्वपूर्ण रक्षा परियोजनाओं का नेतृत्व किया है।
- ब्रह्मोस एयरोस्पेस में उनकी नियुक्ति से भारत की रक्षा क्षमताओं को नई दिशा मिलेगी। डॉ. राघवेंद्र जोशी बने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के नए प्रमुख: मिसाइल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान
भारत की रक्षा प्रणाली में ब्रह्मोस की भूमिका
ब्रह्मोस मिसाइल भारत की सामरिक और रणनीतिक क्षमताओं में अहम भूमिका निभाती है।
- यह मिसाइल प्रणाली जमीन, समुद्र और हवा से दागी जा सकती है।
- ब्रह्मोस को दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल माना जाता है। डॉ. राघवेंद्र जोशी बने ब्रह्मोस एयरोस्पेस के नए प्रमुख: मिसाइल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान