कांकेर: शराबी डॉक्टर पर गिरी गाज, सरकार ने की सेवा समाप्त
कांकेर। जिले के कोयलीबेड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर शीतल दुग्गा को शराब के नशे में मासूम के इलाज से इंकार करने के चलते बर्खास्त कर दिया गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ के संचालक ने इस मामले में आदेश जारी किया है।शराबी डॉक्टर बर्खास्त
नशे में इलाज से इंकार, मासूम की मौत
डॉ. शीतल दुग्गा पर आरोप है कि उन्होंने नशे की हालत में एक मासूम के इलाज से इंकार कर दिया था, जिसके कारण मासूम की मौत हो गई। इसके अलावा, डॉक्टर ने परिजनों से दुर्व्यवहार भी किया था। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी, जिससे काफी हंगामा मच गया था।शराबी डॉक्टर बर्खास्त
सरकारी कार्रवाई और आदेश
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डॉक्टर शीतल दुग्गा की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इस मामले में आदेश जारी करते हुए मिशन संचालक ने डॉक्टर की लापरवाही और अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया है।शराबी डॉक्टर बर्खास्त
अस्पताल में डॉक्टरों की कमी
कोयलीबेड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 6 डॉक्टर पदस्थ हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ एक डॉक्टर के भरोसे अस्पताल संचालित किया जा रहा है। ऐसे में डॉक्टर शीतल दुग्गा की शराब के नशे में होने की वजह से अस्पताल की स्थिति और भी दयनीय हो गई थी।शराबी डॉक्टर बर्खास्त
डॉक्टर शीतल दुग्गा की बर्खास्तगी से यह संदेश स्पष्ट हो गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस कार्रवाई से अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी सतर्क रहने की सीख मिलेगी, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।शराबी डॉक्टर बर्खास्त