सवाई माधोपुर में एसीबी ने पहली बार अपने ही अफसर को ट्रैप किया
डीएसपी ने भ्रष्टाचार पर दिया भाषण, एक घंटे बाद 80 हजार की घूस लेते हुए पकड़े गए
सवाई माधोपुर: भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के दौरान एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने एक ऐसा कदम उठाया जिसने सभी को चौंका दिया। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस के मौके पर सवाई माधोपुर के एसीबी कार्यालय में एक समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान एसीबी के डीएसपी भैरूलाल मीणा मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे।
डीएसपी का भाषण: “घूस मांगे तो 1064 पर कॉल करें”
समारोह में डीएसपी मीणा ने अपने भाषण में कहा, “हमें पूरी ईमानदारी से काम करके देश को भ्रष्टाचार मुक्त करना है। केंद्र या राज्य सरकार का कोई भी कर्मचारी अगर घूस मांगे, तो आप टोल फ्री नंबर 1064 या हेल्पलाइन नंबर 9413502834 पर कॉल या वॉट्सएप कर सकते हैं।”
भाषण के एक घंटे बाद ही घूस लेते पकड़े गए डीएसपी
चौंकाने वाली बात यह है कि डीएसपी मीणा के इस भाषण के सिर्फ एक घंटे बाद ही एसीबी ने उन्हें 80 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। साथ ही, घूस देने वाले जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) को भी गिरफ्तार किया गया। यह घटना एसीबी के इतिहास में पहली बार हुई है, जब एक आरपीएस स्तर के अधिकारी को खुद एसीबी ने ट्रैप किया हो।
जांच और संभावित कार्रवाइयां
डीएसपी मीणा और डीटीओ की गिरफ्तारी के बाद, दोनों से पूछताछ की जाएगी। एसीबी के पास पहले से ही निगरानी के आधार पर मिले कुछ सबूत हैं, जिनके आधार पर कुछ अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
यह घटना सवाई माधोपुर में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है। एसीबी द्वारा अपने ही अधिकारी को ट्रैप करने से यह संदेश स्पष्ट हो गया है कि कानून के सामने कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, जवाबदेह है।