नई दिल्ली – दिल्ली सहित कई महानगरों में ठंड और प्रदूषण का एक साथ हमला हो रहा है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के पार पहुंच गया है, जिससे लोग सांस लेने में भी मुश्किल महसूस कर रहे हैं। प्रदूषण के इस स्तर के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% तक बढ़ चुका है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। प्रदूषण के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% बढ़ा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से रहें सतर्क
प्रदूषण से दिल और दिमाग पर असर:
हालिया रिसर्च में सामने आया है कि प्रदूषण के कारण नसों में खून के थक्के जमा सकते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। WHO के अनुसार, हर साल प्रदूषण ब्रेन स्ट्रोक के कारण होने वाली 50 लाख मौतों के लिए जिम्मेदार है। इससे मानसिक रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। प्रदूषण के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% बढ़ा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से रहें सतर्क
शुगर और बीपी के मरीजों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत:
विशेषज्ञों के अनुसार, शुगर और हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) के मरीजों को इस समय ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है। ठंड और प्रदूषण के मिलेजुले प्रभाव से इन बीमारियों का असर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे इंसुलिन डोज़ में बदलाव की जरूरत हो सकती है। प्रदूषण के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% बढ़ा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से रहें सतर्क
स्वामी रामदेव से जानें उपाय:
स्वामी रामदेव ने ठंड और प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ प्रभावी उपाय सुझाए हैं। साथ ही, शुगर और बीपी को नियंत्रित करने के लिए भी कुछ घरेलू उपचार दिए हैं। प्रदूषण के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% बढ़ा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से रहें सतर्क
1. प्रदूषण से बचने के उपाय:
प्रदूषण में सांस लेने से छोटे-छोटे कण लंग्स से होते हुए शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचते हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं। ऐसे में घर में रहकर या मास्क पहनकर प्रदूषण से बचाव करें।
2. एलर्जी के लिए रामबाण उपाय:
एलर्जी की समस्या से परेशान लोग 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम काली मिर्च और 50 ग्राम शक्कर को मिलाकर पाउडर बना सकते हैं। इस पाउडर को एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें और दिन में कम से कम एक बार इसका सेवन करें।
3. लंग्स को हेल्दी बनाने का उपाय:
ठंड, प्रदूषण और कोहरे से बचने के लिए रोज़ाना दूध में कच्ची हल्दी और शिलाजीत डालकर पिएं। यह लंग्स को स्वस्थ रखता है और सर्दियों में सेहतमंद बनाए रखता है। इसके अलावा, बेसन की रोटी, मुलेठी और भुना चना खाना भी फायदेमंद रहेगा।
4. फेफड़ों को मजबूत बनाएं:
प्रदूषण से फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है, इसलिए श्वासारि क्वाथ और उबली मुलेठी का सेवन करें। रोज़ाना मसाला टी पीने से भी फायदा मिलेगा।
5. गले की एलर्जी से छुटकारा:
गले की एलर्जी से बचने के लिए नमक के पानी से गरारा करें और बादाम तेल से नस्यम करें। मुलेठी खाने से गले को आराम मिलता है और एलर्जी से राहत मिलती है। प्रदूषण के कारण नसों में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा 100% बढ़ा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से रहें सतर्क