तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा, 15 ठिकानों पर ED की छापेमारी

? तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा, 15 ठिकानों पर ED की छापेमारी
? ट्रुडोम ईपीसी इंडिया लिमिटेड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
नई दिल्ली/चेन्नई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 30 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले का पर्दाफाश करते हुए तमिलनाडु के 15 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। यह छापेमारी 7 अप्रैल को चेन्नई, त्रिची और कोयंबटूर में ट्रुडोम ईपीसी इंडिया लिमिटेड और उससे जुड़े व्यक्तियों के परिसरों में की गई।तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा
? लोन के नाम पर फर्जीवाड़ा, फंड किया डायवर्ट
ईडी के मुताबिक, ट्रुडोम ईपीसी इंडिया लिमिटेड को इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) से विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के नाम पर लोन मिला था, लेकिन इस लोन का दुरुपयोग कर रकम को शेल कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया गया।तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा
? जाली प्रोजेक्ट एग्रीमेंट और शेल कंपनियों का इस्तेमाल
जांच में सामने आया कि यह कंपनी सिर्फ कागजों पर थी और वास्तविक परियोजना का कोई अस्तित्व नहीं था। फर्जी प्रोजेक्ट एग्रीमेंट, डमी कंपनियों और लेयर ट्रांजैक्शन के जरिए फंड डायवर्जन किया गया।तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा
? दस्तावेज, डिजिटल सबूत और प्रॉपर्टी रिकॉर्ड जब्त
छापेमारी के दौरान ईडी ने कई अहम दस्तावेज, डिजिटल डेटा और संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए हैं। जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, उनमें एन. रविचंद्रन और अरुण नेहरू मुख्य रूप से शामिल हैं।तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा
⚠️ म्यूनिसिपल और जल विभाग में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा
ईडी ने इस जांच के दौरान तमिलनाडु के नगर प्रशासन एवं जल आपूर्ति विभाग (MAWS) में भी भ्रष्टाचार का संगठित नेटवर्क पकड़ा है।
- टेंडर प्रक्रिया में फिक्स्ड कमीशन
- ब्यूरोक्रेट्स, बिचौलिए और राजनेताओं का गठजोड़
- हवाला नेटवर्क के जरिए फंड मूवमेंट
- पोस्टिंग और ट्रांसफर के लिए रिश्वत
? आगे क्या?
ED का कहना है कि अवैध रूप से खरीदी गई संपत्तियों की पहचान कर जब्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। साथ ही आर्थिक अपराध में शामिल पूरे नेटवर्क की जांच जारी रहेगी।तमिलनाडु में 30 करोड़ के बैंक फ्रॉड का खुलासा









