रायपुर: चर्चित शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) जल्द ही कवासी लखमा को गिरफ्तार कर सकता है। ED ने अपने बयान में दावा किया है कि इस घोटाले में लखमा के शामिल होने के महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। इनमें अवैध शराब बिक्री से कमीशन प्राप्त करने से जुड़े दस्तावेज और अन्य जानकारियां शामिल हैं। कवासी लखमा पर ED की बड़ी कार्रवाई: गिरफ्तारी के संकेत
ED के दावों में क्या है?
- जब कवासी लखमा मंत्री थे, उनकी गाड़ी में अक्सर सुशील ओझा नाम का व्यक्ति साथ देखा जाता था।
- सुशील ओझा, जो कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि हैं, के घर पर ED ने छापा मारा।
- ओझा फिलहाल विदेश में हैं और सोशल मीडिया पर अपनी पार्टियों की रील्स शेयर कर रहे हैं।
- ED का कहना है कि ओझा और लखमा के बीच गहरे संबंध इस घोटाले में उनकी भूमिका को स्पष्ट करते हैं। कवासी लखमा पर ED की बड़ी कार्रवाई: गिरफ्तारी के संकेत
शराब घोटाले से जुड़े अन्य गिरफ्तारियां
- ED ने पहले भी इस घोटाले में कार्रवाई करते हुए रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी, और तीन अन्य को गिरफ्तार किया है।
- इन मामलों में जुटाए गए सबूतों के आधार पर ही लखमा पर शिकंजा कसा जा रहा है। कवासी लखमा पर ED की बड़ी कार्रवाई: गिरफ्तारी के संकेत
लखमा का बयान
कवासी लखमा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा,
“मैं 3 जनवरी को ED के कार्यालय जाऊंगा और उनके सवालों का सामना करूंगा।”
उनका यह बयान इस मामले में प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल को और बढ़ा सकता है। कवासी लखमा पर ED की बड़ी कार्रवाई: गिरफ्तारी के संकेत
ED का अगला कदम
ED की टीम के दावे के अनुसार, अगर सबूत पुख्ता साबित होते हैं तो लखमा की जल्द गिरफ्तारी संभव है। कवासी लखमा पर ED की बड़ी कार्रवाई: गिरफ्तारी के संकेत