विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी, कार्यपालन अभियंता कुलेश्वर साहू गिरफ्तार, ऑनलाइन जुए में हारा पैसा
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ विद्युत विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक कार्यरत कार्यपालन अभियंता को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी, कुलेश्वर कुमार साहू, जो पूर्व में गरियाबंद और वर्तमान में बलौदाबाजार जिले में विद्युत विभाग में कार्यपालन अभियंता के पद पर कार्यरत है, पर कई लोगों से नौकरी के एवज में कुल 60 लाख रुपये ठगने और फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने का आरोप है।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
1. नौकरी का सपना दिखाकर कैसे की गई 60 लाख की धोखाधड़ी?
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी कार्यपालन अभियंता कुलेश्वर कुमार साहू ने प्रार्थी महेंद्र साहू, उनके परिवार के सदस्यों और अन्य जान-पहचान के लोगों को विद्युत विभाग में विभिन्न पदों पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया। विश्वास जमाने के लिए उसने फर्जी नियुक्ति पत्र भी तैयार किए और पीड़ितों से किश्तों में कुल 60 लाख रुपये की भारी-भरकम रकम ऐंठ ली। यह धोखाधड़ी पिछले कुछ समय से चल रही थी, जिससे कई परिवार प्रभावित हुए हैं।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
2. शिकायत और पुलिस की कार्रवाई: आरोपी अभियंता शिकंजे में
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रार्थी महेंद्र साहू ने 14 मई 2025 को थाना पांडुका में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने कार्यपालन अभियंता कुलेश्वर कुमार साहू द्वारा नौकरी के नाम पर 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने और फर्जी नियुक्ति पत्र देने का विस्तृत विवरण दिया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रथम दृष्टया भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 318(4), 336(3), 338, 340(2) के तहत अपराध पाया। इसके बाद आरोपी कुलेश्वर साहू के खिलाफ धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। फरार चल रहे आरोपी लोकेश्वर कुमार साहू (यहां मूल लेख में कुलेश्वर साहू होना चाहिए, टाइपो की संभावना है) को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
3. ऑनलाइन जुए की लत बनी धोखाधड़ी की वजह
पुलिस पूछताछ में आरोपी कुलेश्वर साहू ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह पिछले तीन सालों से ऑनलाइन जुआ खेलने का आदी है और इस जुए में वह बड़ी रकम हार चुका था। इस हार के कारण उस पर काफी कर्ज हो गया था। जुए में हारी हुई रकम की भरपाई करने और कर्ज चुकाने के लिए ही उसने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ठगने और फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने का रास्ता अपनाया। आरोपी ने प्रार्थी और उनके रिश्तेदारों से 60 लाख रुपये नकद लेने और उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देने की बात कबूल कर ली है।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
4. आरोपी से बरामदगी और न्यायिक प्रक्रिया
आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की। इस दौरान आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन, सीपीयू, एक बोलेरो वाहन, ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित दस्तावेज और प्रार्थी से प्राप्त नकदी में से 40,000 रुपये नकद जब्त किए गए हैं। पुलिस रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद आरोपी कुलेश्वर साहू को अदालत के समक्ष पेश किया गया है, जहाँ से उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकता है।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
यह घटना सरकारी अधिकारियों द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर आम जनता को ठगने का एक गंभीर उदाहरण है और ऑनलाइन जुए के दुष्प्रभावों को भी उजागर करती है।विद्युत विभाग में नौकरी का झांसा देकर 60 लाख की ठगी