सूरजपुर: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के भैयाथान ब्लॉक स्थित सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों को अपनी उपज बेचने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां धान खरीदने आए किसानों को न केवल शारीरिक श्रम करना पड़ रहा है, बल्कि उन्हें प्रबंधक की तानाशाही के कारण कई सुविधाओं से भी वंचित रखा जा रहा है। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान
किसानों को खुद करनी पड़ रही है हम्माली
सोनपुर धान खरीदी केंद्र में मजदूरों की कमी के कारण, किसानों को खुद ही अपने लाए हुए धान को बारदानों में पलटने, सिलाई करने और छल्ली लगाने का काम करना पड़ रहा है। यह सब काम किसानों को मजबूरीवश करना पड़ता है, क्योंकि केंद्र में न तो कोई मजदूरों की व्यवस्था है और न ही उपयुक्त उपकरण उपलब्ध हैं। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान
प्रबंधक की तानाशाही और किसानों की समस्याएं
धान खरीदी के लिए केंद्र में नियुक्त प्रबंधक, विवेक चोरसिया का रवैया किसानों के लिए काफी कठिनाई पैदा कर रहा है। उन्हें बारदाना और टोकन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा, केंद्र में न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही पीने का पानी उपलब्ध है, जिससे किसानों को अपनी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान
किसानों को मिल रही है कोई भी सुविधा नहीं
किसानों को आवश्यक सामान जैसे सूजा, सुतली और कांटा खुद अपने घर से लेकर आना पड़ता है। वे ट्रैक्टर से धान उतारने के बाद खुद ही तौल करते हैं और बारदाने में भरकर छल्ली लगाते हैं। शासन द्वारा किसानों के लिए बनाई गई सुविधाओं के बावजूद, सोनपुर केंद्र में कोई भी उचित व्यवस्था नहीं की गई है। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान
कृषि विभाग की अनदेखी और प्रशासन की चुप्पी
सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों की समस्याओं पर प्रशासन और कृषि विभाग की चुप्पी गहरी हो गई है। कलेक्टर ने किसानों के लिए खरीदी केंद्रों में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका निर्देश दिया था, लेकिन यहां की स्थिति निरंतर बिगड़ती जा रही है। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान
किसान लगातार कर रहे प्रदर्शन
किसानों ने अपनी समस्याओं को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। किसानों का कहना है कि धान उनका है और उसे बेचने का हक उन्हें है, इसलिए उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना चाहिए। सोनपुर धान खरीदी केंद्र में किसानों का शोषण, प्रबंधक की तानाशाही से परेशान किसान