वर्दीधारियों की सड़क पर मारपीट से मचा हंगामा
बिलासपुर : शुक्रवार दोपहर जेल चौक पर दो वर्दीधारी आरक्षकों, विष्णु चंद्रा और विनय ठाकुर के बीच जोरदार मारपीट हो गई। शराब के नशे में धुत विष्णु चंद्रा और साथी आरक्षक विनय ठाकुर के बीच यह विवाद कैदी को जेल दाखिल कराने को लेकर हुआ।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
घटना का प्रारंभ
यह घटना कुछ दिन पहले की है जब दोनों आरक्षक कैदी की पेशी कराने कोर्ट गए थे। विष्णु की तबीयत बिगड़ने पर उसने विनय को कैदी की पेशी कराने के बाद जगाने को कहा। विनय ने अकेले ही कैदी की पेशी कराकर जेल पहुंचा दिया। विष्णु के जागने पर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
शुक्रवार की घटना
शुक्रवार को विष्णु शराब के नशे में था और उसने विनय को फोन कर पुरानी बात को लेकर बहस छेड़ दी। विनय कैदी की पेशी कराने में व्यस्त था, लेकिन अभद्र भाषा सुनकर वह भी भड़क उठा और सीधे जेल चौक पहुंचा। यहां दोनों के बीच बहस ने मारपीट का रूप ले लिया। वर्दीधारियों की मारपीट देखकर लोग रुकने लगे और भीड़ जमा हो गई।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
पुलिस हस्तक्षेप और वीडियो वायरल
घटना की सूचना सिविल लाइन थाने को दी गई। एएसआई अमृत साहू अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों आरक्षकों को अलग कर घर भेज दिया। घटना का वीडियो किसी ने अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया और इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही मारपीट की चर्चा पूरे इलाके में फैल गई।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
यातायात प्रभावित
घटना के दौरान जेल चौक पर जाम की स्थिति बन गई थी। सिविल लाइन थाने की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों आरक्षकों को समझाया और विनय को ड्यूटी पर वापस भेज दिया। इसके बाद जवानों ने भीड़ को नियंत्रित कर यातायात व्यवस्थित किया।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
पुलिस विभाग छवि पर सवाल
हालांकि, मारपीट की शिकायत किसी ने थाने में नहीं की है, लेकिन वर्दीधारियों के इस व्यवहार ने पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि इस घटना पर उच्च अधिकारियों की क्या प्रतिक्रिया होती है और क्या कार्रवाई की जाती है।जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट
बिलासपुर के जेल चौक पर आरक्षकों के बीच मारपीट की घटना को विस्तार से कवर किया गया है, जिसमें विवाद की शुरुआत, शुक्रवार की घटना, पुलिस हस्तक्षेप, वीडियो वायरल होना, यातायात पर प्रभाव और विभागीय छवि पर सवाल शामिल हैं।