बिलासपुर (छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई फाइनेंस कंपनियों के निदेशक और मैनेजर शामिल हुए। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य फाइनेंस कंपनियों की कार्यप्रणाली को व्यवस्थित करना और यह सुनिश्चित करना था कि सभी कंपनियां कानून का पालन करें। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) राजेन्द्र जायसवाल और उदयन बेहार भी मौजूद थे। इस बैठक में शहर की 60-70 फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पुलिस अधीक्षक ने कड़े निर्देश दिए कि कंपनियां वाहन जब्ती (सिजिंग) केवल कानूनी प्रक्रिया के तहत करें। यदि किसी कंपनी द्वारा गैर-कानूनी तरीके से वाहन जब्त किया जाता है, तो उस कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
गोल्ड लोन कंपनियों के लिए विशेष निर्देश
गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों को लोन स्वीकृत करने से पहले सोने की गुणवत्ता की जांच करने के लिए निर्देशित किया गया। अगर सोने की शुद्धता में कोई शक होता है, तो कंपनियों को पुलिस थाने या कंट्रोल रूम को तत्काल सूचना देने के लिए कहा गया है। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
कर्मचारी सत्यापन प्रक्रिया की अनिवार्यता
फाइनेंस कंपनियों को अपने कर्मचारियों की लिस्ट संबंधित पुलिस थाने में जमा करने के निर्देश दिए गए, ताकि उनके चरित्र का सत्यापन किया जा सके। यह कदम सुरक्षा को सुनिश्चित करने और आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए उठाया गया है। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
देशभर में बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाएं
हाल ही में देशभर में फर्जी फाइनेंस कंपनियों द्वारा धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। फर्जी गोल्ड लोन के नाम पर नकली सोने से धोखाधड़ी की घटनाएं भी हुई हैं। इस संदर्भ में पुलिस अधिकारियों ने फाइनेंस कंपनियों को सतर्क रहने और ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की सलाह दी। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
फाइनेंस कंपनियों के लिए लाभकारी दिशा-निर्देश
- कानूनी प्रक्रिया का पालन: सभी कंपनियों को कानूनी तरीके से वाहन जब्त करने की सलाह दी गई है।
- सत्यापन प्रक्रिया: गोल्ड लोन के लिए सोने की गुणवत्ता और ग्राहक की पहचान का सत्यापन अनिवार्य है।
- कर्मचारी जांच: कंपनियां अपने कर्मचारियों का चरित्र सत्यापन नियमित रूप से कराएं। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला
ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
- कंपनी की पृष्ठभूमि जांचें: लोन लेने से पहले फाइनेंस कंपनी की पृष्ठभूमि की जांच करें।
- फर्जी धमकियों से बचें: अगर कोई कर्मचारी गलत व्यवहार करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- सत्यापन की मांग करें: गोल्ड लोन लेते समय सोने के मूल्यांकन की सही प्रक्रिया की जानकारी लें। फाइनेंस कंपनियों द्वारा गाड़ियां जब्त करने में अब गुंडे या बाउंसर नहीं भेजे जा सकेंगे, पुलिस को रिपोर्ट करना होगा संदिग्ध सोने का मामला