रायगढ़: रायगढ़ जिले में खाद्य विभाग की टीम ने एक बड़ी छापेमारी करते हुए 600 बोरा अवैध धान जब्त किया है। यह कार्रवाई पुसौर ब्लॉक के बड़े हल्दी गांव में हुई, जहां अवैध धान की खरीद-फरोख्त की खबर मिली थी। इस छापेमारी के बाद कई बड़े नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। खाद्य विभाग की छापेमारी: 600 बोरा अवैध धान जब्त, नेताओं का नाम सामने आने से मचा हड़कंप
अवैध धान का जखीरा जब्त
खबर के अनुसार, खाद्य विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि बड़े हल्दी गांव में अवैध धान का भंडारण किया गया है। सूचना मिलते ही खाद्य अधिकारी चूड़ामडी सिदार ने एक टीम बनाई और पुसौर तहसीलदार के साथ गांव के लिए रवाना हुए। जब टीम ने मनेश साव और चैन सिंह पटेल के घरों पर छापेमारी की, तो वहां से 600 बोरा अवैध धान जब्त किया गया। इस धान का कोई उचित दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिसके बाद अधिकारियों ने यह धान जब्त कर लिया। खाद्य विभाग की छापेमारी: 600 बोरा अवैध धान जब्त, नेताओं का नाम सामने आने से मचा हड़कंप
नेताओं का नाम और संलिप्तता का शक
इस घटना में सबसे चौकाने वाली बात यह है कि भाजपा नेता मुक्तेश्वर पंडा घटना स्थल पर मौजूद थे। मुक्तेश्वर पंडा बड़े हल्दी मंडी के अध्यक्ष हैं और सवाल उठता है कि बिना उनकी सहमति के कैसे अवैध धान खरीदी की जा सकती है? इस संदर्भ में सूत्रों का कहना है कि छापेमारी के दौरान उनकी मौजूदगी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। इसके अलावा, जब इस छापेमारी की खबर आई, तो गांव में चर्चा होने लगी कि रायगढ़ विधायक और वित्त मंत्री ओपी चौधरी इस मुद्दे पर क्या प्रतिक्रिया देंगे। हालांकि, खबर लिखे जाने तक इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं हो पाई है। खाद्य विभाग की छापेमारी: 600 बोरा अवैध धान जब्त, नेताओं का नाम सामने आने से मचा हड़कंप
संभावित राजनीतिक दबाव और प्रभाव
अब सवाल यह उठता है कि इस मामले में भाजपा नेताओं का नाम सामने आने के बाद क्या कार्रवाई की जाएगी? क्या सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी या फिर सत्ता में बैठे कुछ स्वार्थी लोग इस मामले को दबाने में सफल हो जाएंगे? अगर इस पर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो अवैध धान की खरीद-फरोख्त पर अंकुश लगाना मुश्किल होगा। खाद्य विभाग की छापेमारी: 600 बोरा अवैध धान जब्त, नेताओं का नाम सामने आने से मचा हड़कंप